कैली गांव में डकैती डालने वाले गिरोह के दो बदमाश दबोचे, सरगना समेत अन्‍य साथी फरार Meerut News

पुलिस ने लूटेरों के पास से तमंचे और लूट का माल बरामद किया है। पुलिस ने बताया कि अभी इस गिरोह का सरगना फरार है। उसकी तलाश की जा रही है।

By Prem BhattEdited By: Publish:Sat, 11 Jul 2020 12:12 AM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 12:12 AM (IST)
कैली गांव में डकैती डालने वाले गिरोह के दो बदमाश दबोचे, सरगना समेत अन्‍य साथी फरार Meerut News
कैली गांव में डकैती डालने वाले गिरोह के दो बदमाश दबोचे, सरगना समेत अन्‍य साथी फरार Meerut News

मेरठ, जेएनएन। 14 जून को कैली गांव में तीन मकानों में हुई डकैती के मामले में पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। वही गिरोह के सरगना समेत दो युवक पुलिस की पकड़ से दूर है। एक आरोपित सप्ताह पूर्व अन्य मामले में जेल गया था। पुलिस ने लूट का माल बरामद करने का दावा करते हुए घटना का राजफाश किया है।

14 जून को कैली गांव में योगेश पुत्र चरण सिंह एवं पड़ोसी सुरेन्द्र और विमल के मकानों पर धावा बोलकर परिजनों को बंधक बनाकर लाखों रूपए के जेवरात और नकदी लूटी थी। घटना का राजफाश न होने पर अधिकारी नाराज थे। एसपी देहात अवनिाश पांडेय ने बताया कि इंस्पेक्टर अरविंद मोहन शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने घटना का राजफाश करते हुए गिरोह के दो बदमाश फुरकत पुत्र इंसाफ अली और नजाकत पुत्र जानमोहम्मद निवासी तोड़ी थाना भोजपुर जनपद गाजियाबाद को तमंचे और लूट के सामान समेत गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।वही, घटना में शामिल गिरोह का सरगना कल्लन पुत्र नजीब और मुजाहिद पुत्र ताहिर निवासी तौड़ी जनपद गाजियागाद फरार है। वही, एक अन्य आरोपित जफरयाब उर्फ जफरी पुत्र ओसाफ निवासी उल्धन एक सप्ताह पूर्व अन्य मामले में जेल में बंद है। आरोपित पूर्व में भी कई घटनाओं को अंजाम दे चुके है।

ये सामान हुआ बरामद

इंस्पेकटर अरविंद मोहन शर्मा ने बताया कि आरोपितों से दो तमंचे, कारतुस, पीडि़त परिजनों के दो आधार कार्ड, 3170 रूपए की नकदी, एक दुपटटा, दो मोबाइल, दो अंगुठी, 6 बिछवे, एक जोड़ी पाजेब, एक मोती माला, बैंक पासबुक, एक पाकेट पर्स, और काला बैग बरामद हुए है।

भैस खरीदने के बहाने रैकी करके कल्लन दादा के गिरोह ने दिया घटना को अंजाम

इंस्पेकटर अरविंद मोहन शर्मा ने बताया कि तोड़ी निवासी कल्लन को लोग दादा के नाम से भी जानते है। कल्लन ही गिरोह का सरगना है। घटना को अंजाम देने से पूर्व कल्लन और जफरी ने बाइक रैकी की। वे दोनों भैस खरीदने के बहाने पीडि़त परिवार के घर पहुंचे। रैकी करके रात को घटना को अंजाम देकर दीवार फांदकर फरार हो गए।

आरोपित बोला पहले दीवार नीची थी

पुलिस का कहना है कि आरोपितों को परिजनों से पहचान कराने के लिए ले जाया गया था। जहां परिजनों ने उनकी पहचान तो कर ही ली। साथ ही एक आरोपित ने मौके पर पहुंचकर घटना करने कीबात कबूल करते हुए कहा कि पहले दीवार नीची थी। अब बड़ी हो गई है। परनिजों ने घटना के बाद दीवार को उंचा करा दिया।

दबिश था गिरोह का कोड-वर्ड

पुलिस ने बताया कि गिरोह के सदस्य काफी शातिर किस्म के है। घटना को अंजाम देने से पूर्व आपस में बातचीत करते समय कोड वर्ड में बात करते थे। घटना को अंजाम देने के लिए चलने से पूर्व दबिश कोर्ड वर्ड का प्रयोग करते थे। साथ ही गांव के बाहर बसे मकानों पर धावा बोलते थे। दरवाजा ख्ुालावने के लिए अपने आप को पुलिस बताकर घर में प्रवेश करते है। घटना को अंजाम देने के लिए स्टेशन वाले रास्ते से आकर अंजाम दिया।

chat bot
आपका साथी