मन की बात में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डॉ. कंचन प्रभा के कार्य को सराहा, अपनी प्रशंसा सुनकर गदगद

पीएम मोदी ने स्वच्छता के लिए संदेश देने वाली डा. कंचन प्रभा शुक्ला के उस पत्र का उल्लेख किया जिसेे उन्होंने करीब डेढ़ माह पहले लिखा था। पीएम की ओर से अपना नाम सुनने पर प्रभा शुक्ला बेहद खुश हैं। उनका कहना है कि इससे उन्हें और भी प्रोत्साहन मिला।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 05:39 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 05:53 PM (IST)
मन की बात में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डॉ. कंचन प्रभा के कार्य को सराहा, अपनी प्रशंसा सुनकर गदगद
डा. कंचन प्रभा शुक्ला मूलरूप से लखनऊ की हैं। वह मेरठ आती रही हैं

मेरठ, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को मन की बात के 82वें संस्करण में स्वच्छता का संदेश देने वाली डा.कंचन प्रभा शुक्ला के प्रयास को काफी सराहा। लखनऊ निवासी डॉ. कंचन प्रभा शुक्ला की चर्चा के बीच रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने कार्यक्रम मन की बात में मेरठ का जिक्र किया।

पीएम मोदी ने स्वच्छता के लिए संदेश देने वाली डा. कंचन प्रभा शुक्ला के उस पत्र का उल्लेख किया जिसेे उन्होंने करीब डेढ़ माह पहले लिखा था। पीएम की ओर से अपना नाम सुनने पर प्रभा शुक्ला बेहद खुश हैं। उनका कहना है कि इससे उन्हें और भी प्रोत्साहन मिला है। प्रधानमंत्री ने प्रभा शुक्ला का जिक्र करते हुए कहा कि देश में पर्व त्योहार पर सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है। यदि हर दिन सफाई रखी जाए तो देश स्वच्छ हो जाए। प्रधानमंत्री ने डॉ. कंचन प्रभा के पत्र लिखी बात को अच्छा सुझाव बताते हुए कहा कि हम हर दिन अपने आसपास, मोहेल्ले को स्वच्छ बनाएं तो अच्छा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महीने में एक रविवार को मन की बात का सिलसिला तीन अक्टूबर 20214 से शुरू किया था।

#MannKiBaat October 2021. Hear LIVE. https://t.co/TvJuriEQAq

— Narendra Modi (@narendramodi) October 24, 2021

डॉ. कंचन प्रभा ने बताया कि डेढ़ माह पहले उन्होंने प्रधानमंत्री के इंटरनेट मीडिया पर दिए फीड बैक पर लिखा था। जिसमें उन्होंने इस बात का जिक्र किया था कि स्वच्छता केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, इसमें सभी का प्रयास होना चाहिए। जिसकी शुरुआत घर और मोहल्ले से हो सकती है। हर त्योहार में जिस तरह से सफाई होती है, उसे केवल त्योहार तक सीमित नहीं करते हुए हर दिन करना चाहिए।

डा.कंचन प्रभा शुक्ला ने कहा कि उन्होंने तो सिर्फ अपना विचार रखा था। प्रधानमंत्री ने उसका उल्लेख किया। यह बहुत बड़ी बात है। इससे पता चलता है कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म तरीके से देश के हर नागरिक के विचारों का भी संज्ञान लेते हैं। उनकी बात से उन्हें प्रोत्साहन मिला है।

डा. कंचन प्रभा शुक्ला मूलरूप से लखनऊ की हैं। वह मेरठ आती रही हैं और वर्तमान में मुजफ्फरनगर में जैन इंटर कालेज की प्रिंसिपल हैं। वहीं पर रहती हैं। कुछ समय पहले उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए राज्य सरकार से पुरस्कार भी मिल चुका है।  

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