डाक्टर साहब प्लीज भर्ती कर लीजिए, सांसें उखड़ रही हैं

कोरोना सांसों की डोर काट रहा है। किसी तरह इस डोर को संभाले मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 02:52 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 02:52 AM (IST)
डाक्टर साहब प्लीज भर्ती कर लीजिए, सांसें उखड़ रही हैं
डाक्टर साहब प्लीज भर्ती कर लीजिए, सांसें उखड़ रही हैं

मेरठ,जेएनएन। कोरोना सांसों की डोर काट रहा है। किसी तरह इस डोर को संभाले मरीज अस्पताल की दहलीज तक पहुंच रहे हैं। इस उम्मीद में कि यहां इलाज मिलेगा। लेकिन अस्पतालों में व्यवस्था चरमरा रही है। बेड फुल हो रहे हैं। आक्सीजन सिलेंडर लिए मरीज एंबुलेंस में बैठे इंतजार कर रहे हैं कि कब बेड खाली हो और कब उन्हें भर्ती किया जाए। बुधवार को सरकारी से लेकर निजी अस्पताल तक यही हालात दिखे। बुढ़ाना गेट निवासी पायल सिंघल की कुछ दिन पहले तबीयत खराब हो गई। स्वजन उपचार के लिए चिकित्सक के पास ले गए तो कोरोना की जांच कराने के लिए कहा गया। जांच कराई और रिपोर्ट पाजिटिव आई। रिपोर्ट आने के बाद पायल की हालत खराब होनी शुरू हो गई और सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी। स्वजन ने 108 एंबुलेंस को फोन किया और आक्सीजन मास्क लगाकर संक्रमित को भर्ती कराने के लिए बुधवार को मेडिकल कालेज पहुंचे। यहां बेड खाली न होना बताया गया। घंटों तक स्वजन यहां-वहां भटकते रहे। उधर, गर्मी में संक्रमित मरीज एंबुलेंस में ही आक्सीजन के सहारे बैठी रही।

इसी तरह एक अन्य संक्रमित विनीता को भी उसके स्वजन निजी एंबुलेंस के सहारे लेकर मेडिकल कालेज में भर्ती कराने के लिए पहुंचे। मरीज आक्सीजन के सहारे काफी देर एंबुलेंस में बैठी रही। बाद में भर्ती न होने पर स्वजन मरीज को निजी अस्पताल में ले गए। इन हालात से हताश होकर कई स्वजन ने विरोध भी प्रकट किया। लेकिन मेडिकल कालेज के कर्मचारियों ने संसाधन कम होने की बात कहते हुए अपनी बेबसी जता दी।

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