Parmjeet Suicide Case: मारपीट का बदला लेने को गगनदीप ने NIA को बताया था परमजीत का नाम

परमजीत उर्फ मंगल ने आत्महत्या क्यों की। यह जांच का विषय है लेकिन मंगल के स्वजन का कहना है कि केएलएफ सदस्य गगनदीप ने मारपीट का बदला लेने के लिए एनआइए को मंगल का नाम बताया था ।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Thu, 22 Jul 2021 11:13 AM (IST) Updated:Thu, 22 Jul 2021 11:13 AM (IST)
Parmjeet Suicide Case: मारपीट का बदला लेने को गगनदीप ने NIA को बताया था परमजीत का नाम
एनआइए की पूछताछ के बाद युवक ने की आत्‍महत्‍या। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, मेरठ। परमजीत उर्फ मंगल ने आत्महत्या क्यों की। यह जांच का विषय है, लेकिन मंगल के स्वजन का कहना है कि केएलएफ सदस्य गगनदीप ने मारपीट का बदला लेने के लिए एनआइए को मंगल का नाम बताया था। मंगल के पिता अजीत सिंह के मुताबिक गगनदीप एक साल पहले मंगल की शादी में उनके घर आया था। तब गगनदीप ने शादी में आई लड़कियों से छेड़छाड़ कर दी थी। शादी में ही मंगल ने गगनदीप की पिटाई कर दी थी। मारपीट से पहले शादी में गगनदीप के साथ मंगल के फोटो भी खींचे थे। पिता का आरोप है कि मारपीट का बदला लेने के लिए ही गगनदीप ने एनआइए को मंगल का नाम बताया था। मंगल से गगनदीप का कोई कनेक्शन नहीं था।

स्वजन को पूछताछ के बारे में कुछ नहीं बताया: अजीत सिंह ने बताया कि सोमवार को वह भी मंगल के साथ चंड़ीगढ़ गए थे। एनआइए ने मंगल से दो से सात बजे तक पूछताछ की थी। घर आकर मंगल से उन्होंने पूछताछ की, लेकिन उसने एनआइए की पूछताछ के बारे में कुछ नहीं बताया।

केएलएफ सदस्य से तार जुड़ने पर की थी पूछताछ

जुलाई के प्रथम सप्ताह में एनआइए की टीम ने हस्तिनापुर के रठौरा खुर्द गांव निवासी केएलएफ सदस्य गगनदीप सिंह की तलाश में छापेमारी की थी। गगनदीप गिरफ्तारी से बचने के लिए दो दिन पहले ही दहेज उत्पीड़न के मामले में जेल चला गया। जमानत पर बाहर आते ही पंजाब पुलिस ने गगनदीप को पकड़कर मोहाली जेल भेज दिया था। वहां जाकर एनआइए ने गगनदीप से पूछताछ की थी और रिमांड पर लेकर मेरठ आई। गगनदीप की निशानदेही पर ही एनआइए ने 11 जुलाई को दूधली खादर गांव से परमजीत सिंह उर्फ मंगल को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। बाद में उसे छोड़ दिया था।

बरामद हुए थे नौ लाख रुपये: छापेमारी के दौरान एनआइए की टीम ने परमजीत के घर से नौ लाख रुपये बरामद किए थे। इस संबंध में स्वजन ने एनआइए को बताया था कि उन्होंने जमीन बेची थी, जिसका पैसा घर में रखा था। हालांकि एनआइए ने रकम को कब्जे में लेते हुए इसे जांच में शामिल किया है।

एसपी देहात केशव कुमार ने कहा: परमजीत सिंह ने जहरीला पदार्थ खाकर जान दी है। पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन को सौंप दिया। बिसरा सुरक्षित रखा गया है। हथियार सप्लाई के मामले में एनआइए ने परमजीत से पूछताछ की थी। अभी तक आत्महत्या करने के सही कारणों की जानकारी नहीं मिली है। 

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