Oxygen Crisis in Meerut: प्रभारी मंत्री ने दिए सख्त निर्देश, कहा- ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करें डीएम
उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री और मेरठ के प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कोरोना संक्रमण से बचाव तथा कोरोना पीड़ित मरीजों के इलाज के कार्यो की वचरुअल समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंन ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर सख्त निर्देश दिए।
मेरठ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री और मेरठ के प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कोरोना संक्रमण से बचाव तथा कोरोना पीड़ित मरीजों के इलाज के कार्यो की वचरुअल समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जनपद में आक्सीजन बेड को दोगुना करने तथा ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी जिलाधिकारी की है। कोरोना मरीजों को भर्ती करने में आनाकानी करने वाले अस्पतालों पर जिलाधिकारी कड़ी कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से जंग में सभी विभागों को अपनी जिम्मेदारी गंभीरता से निभानी होगी। सफाई, दवाई और कड़ाई से ही कोरोना पर जीत हासिल होगी। इसके लिए विभागों को समन्वय बनाकर काम करना होगा।
प्रभारी मंत्री की वचरुअल समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी, एसएसपी, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, पावर कारपोरेशन समेत तमाम विभागों के अधिकारी शामिल रहे। प्रभारी मंत्री ने जिलाधिकारी और सीएमओ से कोरोना संक्रमण की रोकथाम तथा कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने आक्सीजन की कमी तथा अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने से इंकार की सूचनाओं पर नाराजगी जताई। उन्होंने अफसरों को दो टूक कहा कि आक्सीजन की कमी और मरीजों को भर्ती करने में मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि होम आइसोलेशन में रहने वाले कोरोना मरीजों से रोजाना सुबह शाम फोन पर बात करके उनका हाल जानें तथा उन्हें मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए। अस्पतालों में भर्ती मरीजों को भी कोई असुविधा न हो, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि एक मई से कोरोना वैक्सीनेशन का तीसरा चरण शुरू हो रहा है। इसमें 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। इस अभियान के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयारियां पूरी करे। डीएम इस अभियान की तैयारियों की निगरानी करें ताकि अभियान के दौरान कोई समस्या सामने न आए।
प्रभारी मंत्री ने जनपद में कोरोना टेस्टिंग की क्षमता बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जल्द रिपोर्ट आने पर जल्द इलाज शुरू होगा तथा संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद मिलेगी। शहर के सभी सरकारी और निजी सैंपल कलेक्शन केंद्रों शारीरिक दूरी का पालन किया जाए तथा उन्हें समय-समय पर सैनिटाइज किया जाए। अस्पताल मरीजों को आरटीपीसीआर के अलावा सीटी स्कैन, एक्सरे व एंटीजन टेस्ट के आधार पर भी भर्ती करें। कोरोना के अलावा अन्य बीमारियों के शिकार लोगों की मदद के लिए स्वास्थ्य विभाग टेलीमेडिसिन की व्यवस्था को सख्ती से लागू करे।