Oxygen Crisis In Meerut: राहत की बात, मई अंत में शुरू हो जाएगा मेरठ का पहला आक्सीजन प्लांट

कोरोनाकाल में शहर में मारामारी के बीच आक्सीजन का संकट खत्म करने के लिए छह स्थानों पर आक्सीजन उत्पादन प्लांट स्थापित कराने की तैयारी है। सबसे पहला प्लांट दौराला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में मई अंत तक शुरू करने का लक्ष्य है। प्रकिया शुरू हो गई है।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 11:50 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 11:50 PM (IST)
Oxygen Crisis In Meerut: राहत की बात, मई अंत में शुरू हो जाएगा मेरठ का पहला आक्सीजन प्लांट
यह राहत की बात है कि मेरठ में जल्‍द आक्‍सीजन प्‍लांट जल्‍द शुरू हो जाएगा।

मेरठ, जेएनएन। Oxygen Crisis In Meerut मेरठ जनपद में आक्सीजन का संकट खत्म करने के लिए छह स्थानों पर आक्सीजन उत्पादन प्लांट स्थापित कराने की तैयारी है। सबसे पहला प्लांट दौराला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में मई अंत तक शुरू करने का लक्ष्य है। जबकि जून अंत तक मवाना सीएचसी में भी आक्सीजन उत्पादन प्लांट तैयार करके आक्सीजन का उत्पादन शुरू करने की तैयारी है। जिला महिला अस्पताल के साथ साथ खरखौदा, भावनपुर और सरूरपुर प्राथिमक स्वास्थ्य केंद्र में भी आक्सीजन उत्पादन प्लांट लगाने की प्रक्रिया की जा रही है।

प्रशासन की गंभीरता

कोरोना संक्रमण ने केंद्र और प्रदेश सरकार के साथ साथ स्थानीय जिला प्रशासन को भी आक्सीजन उत्पादन के प्रति गंभीर कर दिया है। लिहाजा मेरठ में अपनी जरूरत के मुताबिक आक्सीजन बनाने के लिए छह स्थानों पर आक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी की जा रही है। दौराला शुगर मिल के सहयोग से दौराला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में स्थापित किया जा रहा आक्सीजन प्लांट सबसे पहले शुरू होगा। इसका लक्ष्य मई अंत तक शुरू करने का है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मवाना के परिसर में भी एक अन्य कंपनी के सहयोग से आक्सीजन उत्पादन प्लांट की स्थापना का काम शुरू कर दिया गया है। इसका लक्ष्य जून अंत तक काम पूरा करके आक्सीजन उत्पादन का रखा गया है। जिला महिला अस्पताल परिसर में भी आक्सीजन प्लांट स्थापित होगा। इसके लिए प्रस्ताव तैयार करके स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से शासन को भेजा गया है। ग्रामीण क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खरखौदा, भावनपुर, सरूरपुर में भी आक्सीजन उत्पादन प्लांट स्थापित होंगे। ये प्लांट सांसद निधि से बनेंगे। इनके निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया की जा रही है। कंपनियों से बिड मांगी गई हैं।

निगरानी के लिए नोडल नियुक्त

प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा ने भी आक्सीजन प्लांट की स्थापना प्राथमिकता पर कराने का निर्देश दिया था। जिसके बाद जिला प्रशासन ने भी स्पीड पकड़ ली है। जिलाधिकारी ने आक्सीजन प्लांट स्थापना कार्य की दैनिक प्रगति की निगरानी तथा उनकी समस्याओं को त्वरित निस्तारण के लिए जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी अतुल सक्सेना को नोडल अधिकारी नामित किया है।

इनका कहना है

मेरठ जनपद में जल्द से जल्द अपना आक्सीजन उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य है। मई अंत तक पहला प्लांट शुरू कराने का लक्ष्य रखा गया है। कुल छह स्थानों पर प्लांट स्थापित कराए जाएंगे। आगामी दो से तीन महीने में ही सभी आक्सीजन प्लांट काम शुरू कर देंगे।

- के बालाजी, जिलाधिकारी

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