दुख का कारण होते हैं हमारे ही कर्म : भाव भूषण

संसार में जितने भी प्राणी है सभी अपने-अपने कर्म के कारण दुखी हैं और सभी सुख की इछा कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 09:00 PM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 09:00 PM (IST)
दुख का कारण होते हैं हमारे ही कर्म : भाव भूषण
दुख का कारण होते हैं हमारे ही कर्म : भाव भूषण

मेरठ, जेएनएन। संसार में जितने भी प्राणी है सभी अपने-अपने कर्म के कारण दुखी हैं और सभी सुख की इच्छा कर रहे हैं। सुखी होने के पीछे वीतराग धर्म होता है। ऐसे धर्म की जो आराधना करता है वह ही संसार के दुखों से छुटकारा पाकर सुखी हो सकता है। उक्त प्रवचन कैलाश पर्वत रचना के मुख्य जिनालय में चल रहे 48 दिवसीय भक्तामर विधान एवं पाठ के सोलहवे दिन 108 भाव भूषण महाराज ने कहे।

कार्यक्रम का शुभारंभ मंगलाष्टक सकलीकरण के पश्चात मंत्रोच्चारण पूर्वक हुआ। तत्पश्चात भगवान आदिनाथ का स्वर्ण कलश से सतीश चंद जैन, संयम जैन व शांतिधारा करने का सौभाग्य महेश चंद जैन, लोकेश जैन को मिला। बुधवार को 301 परिवारों की ओर से भक्तामर पाठ का आयोजन किया गया। सांय काल में भगवान आदिनाथ की आरती का दीप प्रज्ज्वलन सामूहिक किया गया। विधान संयोजक मोती लाल जैन रहे। आरती के पश्चात गुरुकुल के छात्रों द्वारा भजन प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम को सफल बनाने में अध्यक्ष विनोद जैन, मुकेश जैन, राजेंद्र जैन, महाप्रबंधक मुकेश कुमार जैन, मनोज जैन, राजीव जैन, सुभाष, प्रेम, विपिन आदि रहे।

सरकारी योजनाओं की दी जानकारी: पालिका की ओर से गठित प्रोत्साहन समिति के तत्वावधान में बुधवार को मिशन शक्ति विशेष अभियान अंतर्गत वंदना विहार कालोनी स्थित बस्ती में कार्यक्रम आयोजित किया गया।

पालिका के अधिशासी अधिकारी सुशील कुमार सिंह ने बस्ती के लोगों को कन्या सुमंगला योजना, अन्नपूर्णा , जननी सुरक्षा, उज्जवला आदि योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने नारी सुरक्षा पर जोर देते हुए सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर डायल 1090 व 1098 तथा पुलिस हेल्पलाइन नंबर डायल 112 व प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के विषय में बताया। वहीं सफाई निरीक्षक योगेश कुमार व समिति अध्यक्ष नूर मोहम्मद ने स्वच्छता का महत्व समझाया और सफाई के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में सलमा खान, शाहिद सलमानी, महजबी ना•ा, वकील अहमद, पप्पू, सईद, ब्रजेश कुमारी आदि मौजूद रहे।

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