कृषि कानून का विरोध : पांच दिनों तक अब उपवास रखेंगे किसान, मेरठ में नेताओं ने बताई रणनीति
कृषि कानून के विरोध का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। दिल्ली में आंदोलनरत किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आहवान पर आगामी पांच दिनों तक उपवास रखने की घोषणा की है। मेरठ में रणनीति बताई गई है।
मेरठ, जेएनएन। केंद्र सरकार के कृषि कानून के विरोध में चल रहे दिल्ली में आंदोलनरत किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आहवान पर आगामी पांच दिनों तक उपवास रखने की घोषणा की है। इसमें प्रतिदिन 11 किसान अगले 24 घंटों के लिए उपवास रखेंगे। सोमवार को पहले दिन मेरठ जिले के उदयवीर सिंह, विनेश प्रधान व जगबीर सिंह दबथुवा उपवास रखने वालों में शामिल रहे। शेष आठ किसान अन्य जिलों से मौजूद रहे।
मेरठ जिले से भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी ईकडी व प्रेस प्रवक्ता बबलू जटौली ने बताया कि गाजीपुर बार्डर पर अगले पांच दिनों तक लगातार किसानों का उपवास रहेगा। इसमें सभी जनपदों के किसान शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि कृषि कानून के विरोध में भाकियू पहले ही दिन से वापस लेने की मांग पर अड़ा हुआ है।
उन्होंने बताया कि मेरठ जिले से प्रतिदिन सैकड़ों किसान अलग-अलग हिस्सों से आंदोलन को समर्थन देने के लिए पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरठ के अलावा मुजफ्फरनगर, बागपत, शामली, बिजनौर, सहारनपुर, बुलंदशहर व गौतमबुद्धनगर आदि कई जनपदों के किसान कृषि कानून के विरोध में यूपी गेट गाजीपुर बार्डर पर आंदोलन कर रहे हैं।
23 दिसंबर को किसान दिवस पर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौ. चरण सिंह का जन्मदिवस मनाया जाएगा। इस उपलक्ष्य में दौराला से भाकियू के संगठन मंत्री मिंटू के सहयोग से 118 किलो दूध की खीर प्रसाद स्वरूप किसानों में वितरित की जाएगी। जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी ईकडी व प्रेस प्रवक्ता बबलू जटौली ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस को आंदोलन के बावजूद किसानों के साथ धूमधाम से मनाया जाएगा।