मेरठ : चीनी मिलों के संचालन में हो रही देरी, किसान कोल्हू पर गन्ना डालने के लिए मजबूर
मेरठ में गन्ना किसान गेहूं व आलू की बुवाई के लिए जल्द से जल्द अपना खेत खाली करना चाहते हैं। लेकिन बारिश के कारण चीनी मिल संचालन में देरी हो रही है। जिससे गन्ना की कटाई न होने के कारण रबी की फसलों में देरी हो रही है।
जागरण संवाददाता, मेरठ। बारिश के कारण चीनी मिलों के संचालन में देरी हो रही है। इससे गन्ना किसान परेशान हैं। एक तरफ दीवाली का त्यौहार तो दूसरी तरफ आलू व गेहूं बुवाई के लिए खेत खाली करने की तैयारी में जुटे किसानों के लिए कोल्हू पर गन्ना डालना मजबूरी बन गया है। कोल्हू में गन्ने का रेट प्रति कुंतल 100 से 125 रुपये तक कम मिल रहा है। ऐसे में आर्थिक नुकसान उठाकर भी गन्ना डालने को किसान मजबूर हैं।
नवंबर के प्रथम सप्ताह तक करनी है आलू की बुआई
गन्ना किसान गेहूं व आलू की बुवाई के लिए जल्द से जल्द अपना खेत खाली करना चाहते हैं। लेकिन बारिश के कारण चीनी मिल संचालन में देरी हो रही है। जिससे गन्ना की कटाई न होने के कारण रबी की फसलों में देरी हो रही है। नवंबर के प्रथम सप्ताह तक आलू की बुवाई की जाएगी।
बाेेले किसान- दीवाली पर है पैसे की जरूरत, कोल्हू पर डालना पड़ा गन्ना
मेरठ ब्लाक के गांव भूड़बराल निवासी गन्ना किसान मनोज कुमार ने बताया कि दिवाली का त्यौहार सिर पर है। जिसको लेकर घर में पैसे की जरूरत है। इसलिए उन्होंने गन्ने की कटाई कर दो बुग्गी कोल्हू में डाल दिया। 235 रुपये प्रति कुंतल की दर से 22 कुंतल गन्ना का भुगतान प्राप्त हुआ। गौरतलब है कि सरकार ने गन्ना मूल्य 350 रुपये प्रति कुंतल घोषित किया है, जबकि कोल्हू पर गन्ने का रेट 225 से 250 रुपये प्रति कुंतल हैं। अन्य कई किसानों ने भी ऐसी ही परेशानी बताई।