ब्रजघाट में प्रवाहित हुई ओपी शर्मा की अस्थियां

शिक्षक नेता स्व. ओम प्रकाश शर्मा की अस्थियां मंगलवार को ब्रजघाट में गंगा में प्रवाहित की गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 02:30 AM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 02:30 AM (IST)
ब्रजघाट में प्रवाहित हुई ओपी शर्मा की अस्थियां
ब्रजघाट में प्रवाहित हुई ओपी शर्मा की अस्थियां

मेरठ, जेएनएन। शिक्षक नेता स्व. ओम प्रकाश शर्मा की अस्थियां मंगलवार को ब्रजघाट में गंगा में प्रवाहित की गई। इस अवसर पर ओपी शर्मा के बेटे अमित प्रकाश, अखिल प्रकाश, भाई सत्यप्रकाश शर्मा, महेश त्यागी, डा. सत्य प्रकाश शर्मा, महेश चंद शर्मा, राजेश त्यागी, संजीव कुमार, आनंद शर्मा के साथ बुलंदशहर के पदाधिकारियों ने अस्थि का विसर्जन किया। वहां से लौटने परे दोपहर दो बजे उठावनी का कार्यक्रम संपन्न हुआ। 21 जनवरी को प्रयागराज में शोक सभा व श्रद्धांजलि के बाद संगम में भी अस्थियों को प्रवाहित किया जाएगा।

शिक्षक नेता को श्रद्धाजंलि दी: पूर्व एमएलसी एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा के निधन पर मंगलवार को उत्सव मंडप में शोक सभा हुई, जिसमें शिक्षक व शिक्षिकाओं ने उनका भावपूर्ण स्मरण करते हुए श्रद्धाजंलि अíपत की।

एएस इंटर कालेज के पूर्व प्रधानाचार्य बीके शर्मा व नरेंद्र गोयल आदि वक्ताओं ने स्व.ओमप्रकाश द्वारा शिक्षकों के हितार्थ किये गए संघर्ष व शिक्षा के क्षेत्र में उनके द्वारा किये गए कार्यो को सराहा। सभा का संचालन नरेंद्र कुमार गोयल ने किया। वीरपाल शर्मा, वेदपाल सिंह निलोहा, भागमल शर्मा, वी.पी. चतुर्वेदी, राजकरण सिंह, राजेंद्र सिंह, कमल शर्मा, ममता, रामभूलनाथ आदि मौजूद रहे।

बसपा में दलितों का सम्मान नहीं : योगेश: सपा में शामिल हुए पूर्व विधायक योगेश वर्मा ने मंगलवार को शेरगढ़ी, गढ़ रोड के आंबेडकर पार्क में लोगों को संबोधित किया। इसके बाद फेसबुक लाइव पर सपा में जाने की वजह बताई। कहा कि बसपा में दलितों का सम्मान नहीं बल्कि अपमान होता है। दलित समाज के लोग जब सड़क पर थे तब वे उनके बीच गए थे। लेकिन जब उन्हें झूठे मुकदमें में फंसाकर जेल में डाल दिया गया तो बसपा से उस समय कोई उनसे मिलने तक नहीं आया। जिलाध्यक्ष आए न ही कोआर्डिनेटर। लोकसभा टिकट उन्होंने बिजनौर, मेरठ से मांगा था लेकिन भेज दिया बुलंदशहर। निष्कासन के डेढ़ साल तक किसी पार्टी में शामिल नहीं हुए कोई गतिविधि नहीं की फिर भी किसी ने कोई जानकारी नहीं ली। कहा कि वह सपा में दलितों को न्याय दिलाने के लिए शामिल हुए हैं। उन्हें एक प्लेटफार्म की जरूरत थी ताकि जनता की सेवा कर सकें। भाजपा के बारे में उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा के नेताओं ने खुद उनसे उस समय संपर्क किया था जब वह जेल में थे। लेकिन उन्हें भाजपा की नीतियां पसंद नहीं हैं। उनकी भाजपा में जाने की कोशिश वाली बात पूरी तरह से गलत है।

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