फर्जी प्रधानाचार्य बनकर लाखों का लोन लेने वाला गिरफ्तार

ईओडब्ल्यू की टीम ने आरोपित को घर से पकड़ लिया है। 2

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 01:15 AM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 01:15 AM (IST)
फर्जी प्रधानाचार्य बनकर लाखों का लोन लेने वाला गिरफ्तार
फर्जी प्रधानाचार्य बनकर लाखों का लोन लेने वाला गिरफ्तार

मेरठ,जेएनएन। फर्जी प्रधानाचार्य बनकर लाखों रुपये का ऋण लेने के आरोपित को ईओडब्ल्यू की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में बैंक मैनेजर से लेकर फाइनेंस कंपनी के संचालक समेत 28 आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई थी। 10 आरोपितों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। सभी ने मिलकर करीब 50 लाख रुपये का गबन किया था।

ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र की एसबीआइ शाखा से 2004 से 2007 के बीच 50 लाख रुपये का लोन लेकर जमा नहीं किया गया। अधिकारियों ने जांच के बाद तत्कालीन बैंक मैनेजर एमएल बंसल, कार्तिक फाइनेंस कंसल्टेंसी के संचालक अमित शर्मा समेत 28 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। बैंक मैनेजर और फाइनेंस कंसल्टेंसी के संचालक की मौत हो चुकी है। मामले की जांच उप्र पुलिस की ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध शाखा) को सौंपी गई थी। दस लोगों को जेल भेजकर चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की जा चुकी है। इंस्पेक्टर उदल सिंह ने बताया कि सूचना मिली थी कि एक अन्य आरोपित अनिरुद्ध शर्मा निवासी गांव दुल्हेड़ा थाना पल्लवपुरम घर पर है। उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपित ने एक लाख 40 हजार का लोन लिया था। उसने खुद को हरमन माइनर जूनियर हाईस्कूल का प्रधानाचार्य बताया था। फर्जी कागजात भी लगा दिए थे। उन्होंने बताया कि अन्य लोगों ने भी फर्जी कागजात लगाकर लोन लिया था। अब वह कहीं और रहते हैं। अन्य आरोपितों की तलाश में भी दबिश चल रही है।

फर्जी वेतन स्लिप तक दी

इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपितों ने तीन साल के दौरान फर्जीवाड़ा किया। इस दौरान नकली परिचय पत्र, फार्म 16, नौकरी में न होते हुए भी फर्जी प्रमाण पत्र के साथ ही फर्जी वेतन स्लिप कागजात के नाम पर लगाई थी। जांच के दौरान सभी कागजात फर्जी निकले। आरोपितों ने जो पते दिए थे, वहां भी कोई नहीं मिला।

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