ओमिक्रोन को लेकर दहशत, मेरठ से लौट गए इतने विदेशी यात्री, प्रशासन को नहीं लगी भनक तक
Omicron Strain News मेरठ में सीएमओ डा. अखिलेश मोहन की रिपोर्ट के मुताबिक 24 नवंबर से विदेश से अब तक 838 यात्री मेरठ आए हैं। इनमें 455 की जांच हो चुकी है हालांकि बड़ी संख्या में यात्रियों की आरटीपीसीआर जांच नहीं की जा सकी है।
संतोष शुक्ल, मेरठ। Omicron Strain News ओमिक्रोन वैरिएंट के संक्रमण की आशंका लगातार बढ़ रही है। विदेश से आए यात्रियों में से कई वापस लौट गए, लेकिन प्रशासन को भनक तक नहीं लगी। दूसरी ओर 162 यात्री ऐसे हैं, जिनकी रैपिड रिस्पांस टीम तलाश ही नहीं कर सकी है। कई यात्रियों ने फोन नंबर और पता गलत दिया। जांच और सर्विलांस में चूक से कोरोना का नया वैरिएंट संक्रमित हो सकता है, सतर्क रहने की जरूरत है।
विदेश से आ चुके 838 यात्री
सीएमओ डा. अखिलेश मोहन की रिपोर्ट के मुताबिक 24 नवंबर से विदेश से अब तक 838 यात्री मेरठ आए हैं। इनमें 455 की जांच हो चुकी है हालांकि बड़ी संख्या में यात्रियों की आरटीपीसीआर जांच नहीं की जा सकी है। 50 से ज्यादा यात्री उन देशों से आए हैं, जहां ओमिक्रोन का वैरिएंट मिल चुका है। दक्षिण अफ्रीका से आने वाले यात्रियों पर विशेष नजर है। मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. आरसी गुप्ता बताते हैं कि माइक्रोबायोलोजी लैब एलर्ट मोड में हैं। कोरोना पाजिटिव मिलने वाले सभी सैंपलों की जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाएगी।
संक्रमण फैला तो कैसे रोकेगी रैपिड रिस्पांस टीम
स्वास्थ्य विभाग ने विदेश से आने वाले यात्रियों की तीन दिसंबर से सूची बनानी शुरू की। यात्रियों तक 24 घंटे के अंदर पहुंचने के लिए रैपिड रिस्पांस टीम गठित की गई, लेकिन 162 यात्रियों का पता नहीं चला। विदेश से आए 168 यात्रियों की नई सूची बुधवार को जारी हुई। इनमें 74 तक सर्विलांस टीम नहीं पहुंच सकी।
पता मेरठ का, पहुंच कहीं और गए
तारीख - गैर जिलों के निकले यात्री - कुल यात्री
तीन दिसंबर - 19 - 109
चार दिसंबर - 20 - 84
पांच दिसंबर - 30 - 116
छह दिसंबर - 30 - 00
सात दिसंबर - 44 - 221
आठ दिसंबर - 65 - 168
इनका कहना है
स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रिस्पांस टीम यात्रियों तक पहुंच रही है। विदेश से आए 55 प्रतिशत यात्रियों की आरटीपीसीआर जांच हो चुकी है। आक्सीजन कंसंट्रेटर और प्लांट की फिटनेस ठीक कर ली गई है। फिलहाल, संक्रमण नहीं मिला है।
- डा. अखिलेश मोहन, सीएमओ