Murder In Baghpat: नशे में धुत युवकों को टोकना बना जान का दुश्मन, बागपत में अधेड़ की गला दबाकर व र्इंटों से कूचकर हत्या
Murder In Baghpat नशे में धुत गांव के दो युवकों ने टोकने पर अधेड़ की गला दबाकर व र्इंटों से कूचकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया। एक आरोपित हत्या एक अन्य मामले में जमानत पर बाहर है।
बागपत, जेएनएन। धनौरा सिल्वरनगर गांव के जंगल में रविवार रात एक अधेड़ दिव्यांग की गांव के दो युवकों ने टोकने पर गला दबाकर व ईंटों से कूचकर हत्या कर दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर एक आरोपित को हिरासत में ले लिया। दूसरे की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
यह है मामला
धनौरा सिल्वरनगर गांव निवासी 55 वर्षीय दिव्यांग सुरेंद्र पुत्र धारा ङ्क्षसह अविवाहित था। वह अपने खेत पर ही बने नलकूप पर रहता था। रविवार रात वह घर से खाना खाकर वापस नलकूप पर गया था। आरोप है कि देर रात शराब के नशे में धुत गांव के ही दो युवकों ने टोकने पर सुरेंद्र की गला दबाकर व ईंटों से कूचकर हत्या कर दी। एक ग्रामीण ने स्वजन को घटना की जानकारी दी। सुरेंद्र के बड़े भाई सुखपाल व भतीजा अंकित मौके पर पहुंचे। पुलिस ने अधेड़ के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सुखपाल ङ्क्षसह ने गांव के ही आशीष पुत्र सुदेश व प्रदीप राठी पुत्र जसवीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने आशीष को हिरासत में ले लिया है। इंस्पेक्टर देवेश कुमार ङ्क्षसह का कहना था कि जल्द ही घटना का राजफाश कर दिया जाएगा।
टोकना बना हत्या का कारण
ग्रामीणों व स्वजन के मुताबिक सुरेंद्र को हर किसी व्यक्ति को टोकने की आदत थी, लेकिन उसकी बात का कोई बुरा नहीं मानता था। सुरेंद्र को दोनों युवकों को टोकना भारी पड़ गया और दोनों ने उसकी हत्या कर दी।
हत्या के मामले में जमानत पर बाहर आया है आशीष
सुरेंद्र के बड़े भाई सुखपाल ङ्क्षसह ने बताया कि नामजद आशीष पिछले साल गांव के विक्रांत पुत्र विनोद की हत्या करने में जेल गया था। वह कुछ दिन पूर्व ही जमानत पर बाहर आया है, जबकि दूसरे आरोपित प्रदीप राठी का बड़ा भाई नितिन राठी भी विक्रांत की हत्या के मामले में जेल में बंद है।