धार्मिक स्थलों की इमारत की जानकारी जुटा रहे अफसर
अहमदनगर की मोहम्मदी मस्जिद में जुमे की नमाज के दौरान हुए हादसे के घायलों को देखने के लिए अस्पतालों में अफसरों के अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी पहुंचे।
मेरठ, जेएनएन। अहमदनगर की मोहम्मदी मस्जिद में जुमे की नमाज के दौरान हुए हादसे के घायलों को देखने के लिए अस्पतालों में अफसरों के अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी पहुंचे। वहीं, पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने शहर के सभी धाíमक स्थलों का रिकार्ड खंगालना शुरू कर दिया है। देखा जा रहा है कि कोई इमारत जर्जर स्थिति में तो नहीं है।
लिसाड़ी गेट क्षेत्र के अहमद नगर की मोहम्मदी मस्जिद में जुमे की नमाज के दौरान सौ से ज्यादा नमाजी मौजूद थे। मस्जिद परिसर में बारिश से बचने के लिए तिरपाल लगाया गया था। यह चार इंच की दीवार से बांधा गया था। यही तिरपाल हादसे की वजह बना। दीवार गिरने से दो नमाजियों की मौत हो गई, वहीं 12 घायल हो गए। इनमें से सात को अस्पताल से उपचार देकर घर भेज दिया। पाच लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। तीन घायल मेडिकल कालेज, एक आनंद अस्पताल और एक सिटी हास्पिटल में भर्ती है। सपा विधायक रफीक अंसारी, योगेश वर्मा और बदर अली ने घायलों का हाल जाना। वहीं, पुलिस और प्रशासनिक अफसर शहर और देहात के सभी धाíमक स्थलों की देखभाल करने वाले लोगों से संपर्क कर रहे हैं। उनसे इमारत की स्थिति के बारे में पूछा जा रहा है ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटना न हो सके।
मस्जिद से मलबा हटाने का काम शुरू
हादसे के बाद मस्जिद से मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। दीवार भी दोबारा बनवाई जाएगी। मस्जिद के पदाधिकारियों से भी हादसे के बारे में पूछताछ की जा रही है। सीओ अरविंद चौरसिया का कहना है कि अभी तक जाच में सामने आया कि तिरपाल पर बारिश का पानी अधिक होने से दीवार गिर गई थी।
घायलों को उचित उपचार प्राथमिकता है। धाíमक स्थलों की देखरेख करने वाले लोगों से संपर्क किया जा रहा है ताकि दोबारा से इस तरह का हादसा न हो।
प्रभाकर चौधरी, एसएसपी