कोरोना से मौत पर रोक लगाएं अफसर और अस्पताल : कमिश्नर

कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने कहा कि कोरोना से होने वाली मृत्यु की संख्या तेजी से बढ़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 09:15 AM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 09:15 AM (IST)
कोरोना से मौत पर रोक लगाएं अफसर और अस्पताल : कमिश्नर
कोरोना से मौत पर रोक लगाएं अफसर और अस्पताल : कमिश्नर

मेरठ, जेएनएन। कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने कहा कि कोरोना से होने वाली मृत्यु की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इन्हें रोकने के लिए अधिकारी गंभीरता दिखाएं तथा अस्पतालों के साथ योजना बनाकर युद्धस्तर पर काम करें। उन्होंने निजी अस्पतालों को कोविड अस्पताल के रूप में संचालित करने, अस्पतालों में आक्सीजन, आइसीयू तथा वेंटिलेटर बेड की संख्या में लगातार इजाफा करने का निर्देश दिया।

कमिश्नर ने शनिवार शाम को वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से मंडल के सभी जनपदों के जिलाधिकारी और सीएमओ के साथ कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की। उन्होंने कोरोना से मरीजों की मृत्यु की बढ़ती संख्या पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि यह स्थिति गंभीर और चिताजनक है। इसे हर हाल में रोका जाए। उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों के प्रबंधन से बात करके उन्हें कोरोना अस्पताल के रूप में संचालित किया जाए। सरकारी के साथ प्राइवेट लैब में भी ज्यादा से ज्यादा टेस्ट कराए जाएं। निजी लैब्स के माध्यम से अधिक से अधिक टेस्ट कराए जाएं।

कमिश्नर ने जिलावार समीक्षा के दौरान कहा कि बागपत में आवश्यक्ता के मुताबिक रोगियों को खाली बेड पर शिफ्ट किया जाए। अस्पतालों में आक्सीजन की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आपूर्तिकर्ताओं से नियमित बात की जाए। जनपद के उद्योगपतियों से समन्वय कर उनकी इकाइयों में अतिरक्त आक्सीजन सिलेंडर लिए जाएं। गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद में मेडिकल स्टाफ की कमी को लेकर जिलास्तर से शासन को लिखे गए पत्र की प्रति उन्होंने मांगी तथा अपने स्तर से सीधे शासन को पत्र भेजने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि मंडल के किसी भी जनपद में निगरानी समितियों, सर्विलांस टीम, सैनिटाइजेशन दल सहित सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना से बचाव संबंधी मास्क, ग्लव्स, पीपीई किट आदि की कमी न होने पाए।

पंचायत चुनाव में न हो लापरवाही

कमिश्नर ने कहा कि पंचायत चुनाव की प्रक्रिया जारी है। लिहाजा इस दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराया जाए ताकि चुनाव के रास्ते कोराना पांव न पसार सके। मास्क पर कार्रवाई में मेरठ फिसड्डी

कमिश्नर ने समीक्षा के दौरान कहा कि मेरठ में मास्क पहनने में लोग लापरवाही कर रहे हैं और पुलिस-प्रशासन ऐसे लापरवाह लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि मेरठ में मास्क के चालान की संख्या सबसे कम है। उन्होंने इस कार्रवाई में तेजी लाने के निर्देश दिए।

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