मात्र पांच लोगों को नमाज की अनुमति देने पर ऐतराज

रमजान माह के दौरान पांच से अधिक लोगों को नमाज पढ़ने की अनुमति की मांग जोर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 08:10 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 08:10 PM (IST)
मात्र पांच लोगों को नमाज की अनुमति देने पर ऐतराज
मात्र पांच लोगों को नमाज की अनुमति देने पर ऐतराज

मेरठ, जेएनएन। रमजान माह के दौरान पांच से अधिक लोगों को नमाज पढ़ने की अनुमति की मांग जोर पकड़ रही है। सोमवार को शहर काजी समेत कई संगठनों के लोगों ने कमिश्नर व जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर मात्र पांच लोगों को नमाज की अनुमति पर ऐतराज जताया है।

शहर काजी जैनुस साजिदीन के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने कमिश्नर सुरेंद्र सिंह को ज्ञापन दिया। शहर काजी ने कहा कि गाइडलाइन में कुछ प्रविधान विरोधाभासी हैं। आम लोगों में इनसे आक्रोश है। कोरोना का प्रभाव मस्जिदों में भी वही होगा, जो बाजार और वैवाहिक समारोह या अन्य जगहों पर। विवाह आदि आयोजनों में बंद परिसर में 50 और खुले में 100 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी गई है, जबकि धाíमक स्थलों में पांच को अनुमति दिए जाने का आदेश है। कहा गया कि धर्म स्थलों में क्षेत्र के अनुसार शारीरिक दूरी का अनुपालन कराते हुए अकीदतमंदों को इबादत का मौका दिया जाना चाहिए। इस अवसर पर पूर्व मंत्री डा. मैराजुद्दीन, पूर्व विधायक राजेंद्र शर्मा, हाजी मोईनुद्दीन, इमरान कुरैशी आदि मौजूद रहे।

उधर, जमीयत उलमा ए हिद के जिला अध्यक्ष नायब शहर काजी जैनुर राशिदीन ने कहा कि रमजान का महीना मंगलवार या बुधवार से आरंभ हो सकता है। अकीदतमंद इस दौरान दिन में रोजे रखते हैं और रातों को तरावीह पढ़ते हैं। ऐसे में मस्जिद में सौ लोगों को नमाज पढ़ने की अनुमति दी जाए। इस बारे में आइजी और अन्य अधिकारियों को भी ज्ञापन दिया। ज्ञापन देने वालों में हनीफ कुरैशी, हाजी शीराज, रहमान, जुनैद, अफीउल्ला, मौलाना शाहनवाज, अख्तर आलम आदि मौजूद रहे।

उधर, आल इंडिया मिल्ली काउंसिल के बैनर तले लोग जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। मुस्लिम समाज के लोगों ने कहा कि शासन की गाइडलाइन से धाíमक आस्था को ठेस पहुंच रही है। कहा कि बाजारों में, चाय की दुकान और होटलों में पांच से कई गुना ज्यादा लोग जमा हो रहे हैं। हरिद्वार के कुंभ और पंचायत चुनाव में भी हजारों की भीड़ जमा हो रही है। कारी शफीक उर रहमान ने कहा कि मस्जिदों के अंदर नमाजी कोरोना संक्रमण को लेकर जरूरी एहतियात बरतने को तैयार हैं। मस्जिद कमेटी इस संबंध में अंडरटेकिग देने को भी तैयार है। शहर विधायक रफीक अंसारी ने कहा कि मस्जिदों के इमाम किसे मना करेंगे व किसे इजाजत देंगे, इससे अच्छा तो पूरी तरह बंदी कर दी जाए। इस दौरान राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया। कारी अनवार, शारिक, अफ्फान, हिजबुर्रहमान आदि मौजूद रहे।

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