करनाल के संतप्रकाश और जयदीप के निकले नंबर

सैन्य क्षेत्र के फैमिली क्वार्टर को बम से उड़ाने की धमकी भरे पत्र की जाच में कई तथ्य सामने आए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 07:15 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 07:15 AM (IST)
करनाल के संतप्रकाश और जयदीप के निकले नंबर
करनाल के संतप्रकाश और जयदीप के निकले नंबर

मेरठ,जेएनएन। सैन्य क्षेत्र के फैमिली क्वार्टर को बम से उड़ाने की धमकी भरे पत्र की जाच में कई तथ्य सामने आए हैं। पत्र में जिन दो मोबाइल नंबरों का जिक्र है। वह दोनों नंबर करनाल (हरियाणा) के संतप्रकाश और जयदीप के हैं। जांच में यह बात सामने आई है कि पिछले तीन माह में तीन बार दोनों मेरठ के सैन्य क्षेत्र में आ चुके है। दोनों सैन्य क्षेत्र में क्यों आए थे? इसकी पुलिस जांच कर रही है। पुलिस का अभी तक दोनों से संपर्क भी नहीं हो पाया है। हालांकि अभी तक की जाच में दोनों का किसी आतंकी संगठन से जुड़ाव भी सामने नहीं आया है।

धमकी भरे पत्र में सैन्य क्षेत्र के फैमली क्वार्टर को बम से उड़ाने की धमकी लिखी थी। साथ ही दो लोगों के मोबाइल नंबर लिखे थे, जिनका आतंकी संगठन से कनेक्शन बताया गया था। मंगलवार को एसपी सिटी विनीत भटनागर को पत्र सौंप कर सैन्य अधिकारियों ने जांच की मांग की थी। एसपी सिटी ने सर्विलांस सेल को जांच सौंपी है। साथ ही एसटीएफ भी पत्र की जांच कर रही है। अभी तक एसटीएफ और सíवलास सेल की संयुक्त जाच में सामने आया कि पत्र में लिखे दोनों मोबाइल नंबर करनाल (हरियाणा) निवासी संतप्रकाश और जयदीप चला रहे हैं। दोनों नंबर का पिछले छह माह का रिकार्ड देखा गया तो दोनों मोबाइल नंबर की पिछले तीन माह में तीन बार सैन्य क्षेत्र में लोकेशन मिली है। यानि संतप्रकाश और जयदीप तीन बार करनाल से मेरठ के सैन्य क्षेत्र में आ चुके हैं। वह किस काम से आए थे। इसकी जांच के लिए पुलिस की एक टीम करनाल भेजी जा रही है। इस संबंध में करनाल के अफसरों से भी बातचीत हो चुकी है। साथ ही पुलिस पत्र को फेंकने वाले की जानकारी भी जुटा रही है, जिसके लिए आसपास लगे सीसीटीवी देखे जा रहे है। अभी तक की जांच में सामने आ रहा है कि किसी ने अपनी रंजिश निकालने के लिए पत्र फेंका है। इनका कहना-

सैन्य क्षेत्र में मिले धमकी भरे पत्र की हर बिंदु पर जाच की जा रही है। अभी तक की जाच में पत्र का किसी आतंकी संगठन से जुड़ाव सामने नहीं आया है। पत्र पर जो मोबाइल नंबर लिखे थे, वह करनाल में संचालित हो रहे हैं, जिनकी तीन माह में तीन बार मेरठ के सैन्य क्षेत्र में लोकेशन मिली है। दोनों से पूछताछ के बाद पूरा मामला साफ हो जाएगा।

-अजय साहनी, एसएसपी

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