अब रोटो इंडक्शन पर आसानी से पकेगी रोटी
कोरोना काल में तमाम लोगों के सामने रोजगार की चुनौती रहीं। इस तरह की समस्याओं ने युवाओं को कुछ नया करने के लिए प्रेरित भी किया। लाकडाउन के दौरान रसोई गैस की किल्लत को देखते हुए एमटेक के छात्र ने इंडक्शन स्टोव पर प्रयोग होने वाला तवा तैयार किया है।
विवेक राव, मेरठ : कोरोना काल में तमाम लोगों के सामने रोजगार की चुनौती रहीं। इस तरह की समस्याओं ने युवाओं को कुछ नया करने के लिए प्रेरित भी किया। लाकडाउन के दौरान रसोई गैस की किल्लत को देखते हुए एमटेक के छात्र ने इंडक्शन स्टोव पर प्रयोग होने वाला तवा तैयार किया है। इस पर आसानी और सुविधाजनक ढंग से रोटी बनाई जा सकती है। उन्होंने इसका नाम रोटो इंडक्शन रखा है। इसकी तकनीक और डिजाइन का पेटेंट हो चुका है। आने वाले समय में यह बाजार में उपलब्ध होगा।
रसोई गैस की बढ़ती कीमतों के कारण घरों में इलेक्ट्रानिक इंडक्शन चूल्हों की मांग बढ़ी है। इंडक्शन पर हर तरह का खाना पकाया जा सकता है, लेकिन रोटी बनाने में दिक्कत रहती है। इसके लिए अलग से रोटी मेकर रखना पड़ता है, जिसमें रोटी बनाने का तरीका अलग होता है।
इन सारी समस्याओं को देखते हुए राजेश कुमार ने इंडक्शन पर इस्तेमाल होने वाला तवा तैयार किया है। मेटल से बना यह तवा दो प्लेट का है। इसमें परंपरागत तरीके से रोटी को बेलने के बाद रखते हैं। दो प्लेट के बीच रोटी इंडक्शन की आंच से पूरी तरह से फूलकर निकलती है। इंडक्शन पर इस तवे से रोटी बनाने में समय भी कम लगता है। राजेश कुमार के मुताबिक, इस तवे पर रोटी के अलावा सैंडविच, बिस्किट, आमलेट, पिज्जा आदि भी बनाया जा सकता है।
एमएसएमई से कर रहे संपर्क
राजेश कुमार ने अभी एमआइईटी से एमटेक मैकेनिकल किया है। कालेज में ही स्टार्टअप लैब में रिसर्च कर रहे हैं। रोटो इंडक्शन को स्टार्टअप के तौर पर आगे बढ़ाने के लिए वह मेरठ के कुछ एमएसएमई से भी संपर्क साध रहे हैं। राजेश का कहना है कि रोटो-इंडक्शन तैयार करने में 500 रुपये खर्च आया है। अगर इसे बड़े पैमाने पर बनाया जाए तो कीमत और भी कम हो जाएगी।