निगम से नहीं हो पाएगा, महापौर सप्ताह में दो दिन चलाएंगी सफाई अभियान
सफाई को लेकर निगम अफसरों की लापरवाही के चलते महापौर सुनीता वर्मा ने कमान संभाल ली है। अब वे हर सप्ताह स्वच्छता अभियान चलाएंगी।
मेरठ (जेएनएन)। स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर निगम अफसरों की लापरवाही की शिकायतों के चलते महापौर सुनीता वर्मा ने कमान संभालने की घोषणा की है। उन्होंने मंगलवार को निगम पहुंचकर अफसरों के साथ बैठक की तथा सप्ताह में दो दिन मंगलवार और शनिवार को विशेष स्वच्छता अभियान चलाने का निर्देश दिया।
अफसरों के साथ बैठक
महापौर सुनीता वर्मा ने अपर नगर आयुक्त अमित सिंह, मुख्य अभियंता और महाप्रबंधक जल जितेंद्र कैन तथा स्ट्रीट लाइट प्रभारी राजेश चौहान समेत तमाम अफसरों के साथ बैठक की। महापौर ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण में सफलता प्राप्त करने के लिए निगम को एकजुट होकर विशेष प्रयास करने होंगे। पूर्व वर्षो में हुई लापरवाही से इस बार बचना होगा। उन्होंने बताया कि सप्ताह में दो दिन मंगलवार और शनिवार को शहर में वार्डवार विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। जिसमें महापौर के साथ अपर नगर आयुक्त और सभी विभागों के अधिकारी संसाधनों के साथ शामिल होंगे
अभियान के दौरान स्वच्छता के साथ मरम्मत वाली सड़कों तथा निर्माण की आवश्यक्ता वाली कच्ची गलियों का सर्वे किया जाएगा। खराब हैंडपंप और सबमर्सिबल की भी मौके पर जांच करके सूची तैयार की जाएगी। नगर स्वास्थ्य अधिकारी, सफाई निरीक्षक और वाहन डिपो प्रभारी अभियान में वाहनों के साथ शामिल रहेंगे। पथ प्रकाश प्रभारी को अपने गैंग और एलीवेटर के साथ अभियान में शामिल रहने का निर्देश दिया।
आज बनेगी रूपरेखा
महापौर ने बताया कि अभियान की रूपरेखा तैयार करने के लिए बुधवार को टाउन हॉल सभागार में निगम अफसरों के साथ साथ सभी सफाई निरीक्षकों, सफाई नायकों तथा वाहन डिपो प्रभारियों की बैठक बुलाई गई है।
शहर में होने लगी 699 टन जैविक कचरे की कंपोस्टिंग
शहर में उत्पादित होने वाले कूड़े का कंपोस्टिंग के रास्ते निस्तारण करने में जुटे नगर निगम अफसरों ने 180 स्थानों पर कंपोस्टिंग यूनिट लगाकर 699 टन जैविक कचरे से खाद बनाने का काम शुरू करने का दावा किया है। मंगलवार देर शाम नगर आयुक्त मनोज चौहान, स्वच्छता सर्वेक्षण के नोडल अफसर मनोज त्रिपाठी आदि ने मंडलायुक्त अनीता सी मेश्रम से मिलकर यह प्रगति रिपोर्ट सौंपी। उन्होंने बताया कि शहर में 16,500 टन जैविक कचरा प्रतिमाह पैदा होता है। जिसमें 6000 टन गोबर है। मिशन 300 के तहत निगम ने 180 स्थानों पर कंपोस्टिंग यूनिटें स्थापित की हैं। जिनमें कुल 699 टन की कंपोस्टिंग शुरू हो गई है। यह मात्र कुल जैविक कचरे की 4.23 फीसद है। उन्होंने दावा किया कि फल सब्जी मंडी तथा जिला जेल में कंपोस्टिंग यूनिट स्थापित होते ही यह संख्या 10 फीसद पहुंच जाएगी।
अफसरों के साथ बैठक
महापौर सुनीता वर्मा ने अपर नगर आयुक्त अमित सिंह, मुख्य अभियंता और महाप्रबंधक जल जितेंद्र कैन तथा स्ट्रीट लाइट प्रभारी राजेश चौहान समेत तमाम अफसरों के साथ बैठक की। महापौर ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण में सफलता प्राप्त करने के लिए निगम को एकजुट होकर विशेष प्रयास करने होंगे। पूर्व वर्षो में हुई लापरवाही से इस बार बचना होगा। उन्होंने बताया कि सप्ताह में दो दिन मंगलवार और शनिवार को शहर में वार्डवार विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। जिसमें महापौर के साथ अपर नगर आयुक्त और सभी विभागों के अधिकारी संसाधनों के साथ शामिल होंगे
अभियान के दौरान स्वच्छता के साथ मरम्मत वाली सड़कों तथा निर्माण की आवश्यक्ता वाली कच्ची गलियों का सर्वे किया जाएगा। खराब हैंडपंप और सबमर्सिबल की भी मौके पर जांच करके सूची तैयार की जाएगी। नगर स्वास्थ्य अधिकारी, सफाई निरीक्षक और वाहन डिपो प्रभारी अभियान में वाहनों के साथ शामिल रहेंगे। पथ प्रकाश प्रभारी को अपने गैंग और एलीवेटर के साथ अभियान में शामिल रहने का निर्देश दिया।
आज बनेगी रूपरेखा
महापौर ने बताया कि अभियान की रूपरेखा तैयार करने के लिए बुधवार को टाउन हॉल सभागार में निगम अफसरों के साथ साथ सभी सफाई निरीक्षकों, सफाई नायकों तथा वाहन डिपो प्रभारियों की बैठक बुलाई गई है।
शहर में होने लगी 699 टन जैविक कचरे की कंपोस्टिंग
शहर में उत्पादित होने वाले कूड़े का कंपोस्टिंग के रास्ते निस्तारण करने में जुटे नगर निगम अफसरों ने 180 स्थानों पर कंपोस्टिंग यूनिट लगाकर 699 टन जैविक कचरे से खाद बनाने का काम शुरू करने का दावा किया है। मंगलवार देर शाम नगर आयुक्त मनोज चौहान, स्वच्छता सर्वेक्षण के नोडल अफसर मनोज त्रिपाठी आदि ने मंडलायुक्त अनीता सी मेश्रम से मिलकर यह प्रगति रिपोर्ट सौंपी। उन्होंने बताया कि शहर में 16,500 टन जैविक कचरा प्रतिमाह पैदा होता है। जिसमें 6000 टन गोबर है। मिशन 300 के तहत निगम ने 180 स्थानों पर कंपोस्टिंग यूनिटें स्थापित की हैं। जिनमें कुल 699 टन की कंपोस्टिंग शुरू हो गई है। यह मात्र कुल जैविक कचरे की 4.23 फीसद है। उन्होंने दावा किया कि फल सब्जी मंडी तथा जिला जेल में कंपोस्टिंग यूनिट स्थापित होते ही यह संख्या 10 फीसद पहुंच जाएगी।