भाषा ही नहीं, जड़ों से जोड़ने का जरिया भी है हिदी

हिदी के विद्वान आज अपनी अगली पीढ़ी को अंग्रेजी पढ़ा रहे हैं इसका नुकसान हिदी भाषा को हुआ है। हिदी आज भी आगे बढ़ती है तो हमें गर्व की अनुभूति होती है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Nov 2019 03:00 AM (IST) Updated:Fri, 22 Nov 2019 06:06 AM (IST)
भाषा ही नहीं, जड़ों से जोड़ने का जरिया भी है हिदी
भाषा ही नहीं, जड़ों से जोड़ने का जरिया भी है हिदी

मेरठ, जेएनएन। हिदी के विद्वान आज अपनी अगली पीढ़ी को अंग्रेजी पढ़ा रहे हैं, इसका नुकसान हिदी भाषा को हुआ है। हिदी आज भी आगे बढ़ती है तो हमें गर्व की अनुभूति होती है। हिदी केवल एक भाषा ही नहीं, बल्कि अपनी जड़ों से जोड़े रहने का एक जरिया भी है। हिदी में विज्ञान से जुड़े साहित्य को बढ़ाने की भी जरूरत है। चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय में हिदी विभाग और बैंक ऑफ बड़ौदा की ओर से आयोजित गोष्ठी में यह बात वक्ताओं ने कही।

राजभाषा हिदी-संवैधानिक स्थिति और संभावनाएं विषय पर आयोजित गोष्ठी में बैंक के राजभाषा अधिकारी शामा सैनी ने कहा कि हिंदी भाषा को एक विकल्प के तौर पर प्रयोग करना चाहिए। यह एक सेतु है। मुख्य अतिथि विशेष कार्याधिकारी राष्ट्रपति भवन डा. राकेश बी दुबे ने कहा कि हिदी रोजगार की भाषा बन चुकी है। मीडिया और अनुवाद के क्षेत्र में हिंदी बढ़ रही है। सुरेशकांत ने कहा कि विश्व में हिंदी देवनागरी अंकों का ही प्रयोग हो रहा है, जो भारत से अरब और अरब से यूरोप में पहुंचा है। अध्यक्षता करते हुए प्रो. वाई विमला ने कहा कि हिंदी भाषा का प्रयोग सभी क्षेत्रों में हो सकता है। हिंदी भाषा में विज्ञान से जुड़े साहित्य को बढ़ाने की जरूरत है। डा. असलम जमशेदपुरी ने कहा कि उर्दू और हिदी दोनों एक-दूसरे से मिलीजुली भाषा हैं। इसे अलग करके नहीं देखा जा सकता। बैंक के उपमहाप्रबंधक रमन बजाज ने कहा कि अधिकांश क्षेत्रों में अंग्रेजी ने अपना अधिकार जमाया है, जबकि हिंदी हमें हमारी जड़ों से जोड़े रखती है। हिदी के विभागाध्यक्ष प्रो. नवीन लोहनी ने सभी का स्वागत किया। राजभाषा अधिकारी ने धन्यवाद किया। संचालन विद्यासागर सिंह ने किया। इस दौरान डा. सोती शिवेंद्रचंद्र, सुमनेश सुमन, डा. तुंगवीर आर्य, डा. आरती राणा, डा. अंजू, प्रवीण कटारिया, सरिता आदि अन्य का सहयोग रहा।

हिदी में अधिक अंक पाने वाले सम्मानित

वर्ष 2019 की परीक्षा में एमए हिदी में सबसे अधिक अंक पाने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया। बैंक ने बबली को 11 हजार रुपये, विनीता को 7500 रुपये दिया। बबली को प्रतिकुलपति ने हिदी में सर्वोच्च अंक पाने पर स्वर्ण पदक दिया।

भाषण में ये विजेता

महात्मा गांधी और हिदी विषय पर भाषण प्रतियोगिता हुई। इसमें ममता, शिवा शर्मा, मोहनी कुमार विजेता रहे। सांत्वना पुरस्कार सचिन को मिला।

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