मेरठ में अब न दिखेगा कूड़ा, न आएगी दुर्गंध, जानिए क्या है नगर निगम का प्लान

जल्‍द ही शहरवासियों को गंदगी और कूड़े से निजाम मिलने वाली है। इसकी पूरी तैयारी मेरठ नगर निगम के अफसरों ने कर ली है। शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए नगर निगम ने पांच कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन बनाएगा। इनके स्थान चयन पर ने अंतिम मुहर लग गइ है।

By PREM DUTT BHATTEdited By: Publish:Fri, 29 Jan 2021 07:30 AM (IST) Updated:Fri, 29 Jan 2021 07:30 AM (IST)
मेरठ में अब न दिखेगा कूड़ा, न आएगी दुर्गंध, जानिए क्या है नगर निगम का प्लान
शहर के कई स्‍थानों को कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन के तौर पर विकसित किया जाएगा।

मेरठ, जेएनएन। मेरठ शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए नगर निगम ने पांच कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन बनाएगा। इनके स्थान चयन पर नगर आयुक्त ने अंतिम मुहर लगा दी है। नगर निगम के स्वास्थ्य अनुभाग की तरफ से कई स्थान कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन के लिए चिंहित किए गए हैं। जिनमें से नगर आयुक्त मनीष बंसल ने पांच स्थानों के चयन पर अंतिम मुहर लगा दी है।

कचरे की दुर्गंध

शहर के सूरजकुंड डूडा कार्यालय के पास, तेजगढ़ी में, जीआइसी के पास, दिल्ली रोड पर मंगतपुरम और बच्चा पार्क ढलाव घर आदि स्थानों को कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन के तौर पर विकसित किया जाएगा। यहां पर पोर्टेबल कांपेक्टर रखे जाएंगें। चार से पांच वार्ड का कूड़ा इनमें एकत्र किया जाएगा। डोर टू डोर कूड़ा गाड़ियों से कूड़ा घर-घर से कलेक्ट कर ट्रांसफर स्टेशन तक पहुंचेगा। कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन पर कूड़ा एकत्र तो होगा लेकिन यह दिखाई नहीं देगा। पोर्टेबल कांपेक्टर कें अंदर पूरी तरह से ढका रहेगा। कचरे की दुर्गंध तक बाहर नहीं आएगी। पोर्टेबल कांपेक्टर तकनीक आधारित होंगे। यह आटोमेटिक खुलेंगे और बंद होंगे। कचरा कांपेक्टर के साथ वाहन से डंपिंग ग्राउंड पहुंचेगा।

यह बोले नगर आयुक्‍त

नगर आयुक्त मनीष बंसल का कहना है कि ट्रैक्टर ट्राली और खुले डंफर से कचरा ढोया जा रहा है। जिससे पर्यावरण खराब हो रहा है। वहीं, खुले में कचरा ढलावघरों पर डंप होता है। सालिड वेस्ट मैनेजमेंट स्कीम के तहत सारे खुले ढलावघर विलोपित करने है। नगर निगम अब इस दिशा में आगे बढ़ रहा है। वायु गुणवत्ता में भी सुधार करना है। जिसके लिए तकनीक आधारित कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन बनाना ही बेहतर रहेगा।

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