93 कैमरों से लैस होंगे नौ चौराहे, नियम तोड़ा तो झट से कटेगा चालान
इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) के तहत शहर के नौ चौराहे 93 कैमरों से लैस होंगे। इनमें 31 कैमरे ऐसे होंगे जो गलत दिशा से आने वाले वाहनों पर नजर रखेंगे। जबकि 62 कैमरे वाहनों की नंबर प्लेट पर नजर रखेंगे।
मेरठ, जेएनएन। इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) के तहत शहर के नौ चौराहे 93 कैमरों से लैस होंगे। इनमें 31 कैमरे ऐसे होंगे, जो गलत दिशा से आने वाले वाहनों पर नजर रखेंगे। जबकि 62 कैमरे वाहनों की नंबर प्लेट पर नजर रखेंगे। अत्याधुनिक तकनीक से लैस ये कैमरे आइटीएमएस के कंट्रोल रूम से जुड़े होंगे। कंट्रोल रूम के जरिये चौराहों पर ट्रैफिक की स्थिति पर नजर रखी जाएगी। नियमों का उल्लंघन करते ही ई-चालान कट जाएगा। शहर को जाम मुक्त बनाने के लिए आइटीएमएस के कार्याें ने गति पकड़ ली है।
शुक्रवार को कमिश्नर सुरेंद्र सिंह द्वारा गठित कोर कमेटी की बैठक नगर आयुक्त मनीष बंसल की अध्यक्षता में हुई। एनईसी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा जो डिजाइन भेजा गया था। कोर कमेटी ने उस पर सहमति दे दी है। निर्णय लिया कि कंपनी द्वारा जो उपकरण या पोल लगाए जाएंगे, उनकी गुणवत्ता की जांच होगी। नगर निगम और ऊर्जा निगम के इंजीनियरों की संयुक्त टीम यह जांच करेगी। शनिवार को जांच करने के लिए टीम दिल्ली जाकर फैक्ट्री विजिट करेगी। ऊर्जा निगम का सहयोग कंपनी के विद्युत कार्यों के सत्यापन में भी लिया जाएगा। बैठक में आइटीएमएस के लिए विद्युत कनेक्शन की कार्रवाई जल्द से जल्द निपटाने पर बात हुई। अनुबंध की प्रक्रिया के तहत कंपनी को प्रथम किस्त भुगतान की भी सहमति दे दी गई। 10 फीसद भुगतान किया जाएगा। बैठक के बाद कोर कमेटी ने नगर निगम परिसर के दूसरी मंजिल पर निर्माणाधीन कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। कोर कमेटी की बैठक में मुख्य अभियंता निर्माण यशवंत कुमार, अधिशासी अभियंता अमित शर्मा, विद्युत नगरीय वितरण खंड द्वितीय के अधिशासी अभियंता सोनू रस्तोगी, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रानिक एंड टेलीकम्युनिकेशन विभाग के प्रो. पंकज कुमार, यातायात पुलिस से अधिकारी मौजूद रहे।
फाउंडेशन व केबल बिछाने का काम शुरू
नगर आयुक्त मनीष बंसल ने बताया कि नौ चौराहों जेलचुंगी, तेजगढ़ी, डिग्गी तिराहा, कमिश्नर आवास चौराहा, ईव्ज चौराहा, बच्चा पार्क चौराहा, गांधी आश्रम, हापुड़ अड्डा, कमिश्नरी चौराहा पर आइटीएमएस का क्रियान्वयन होना है। जिसमें से पांच चौराहों पर फाउंडेशन और अंडरग्राउंड केबल बिछाने का काम शुरू हो चुका है। डिग्गी तिराहा और तेजगढ़ी चौराहे पर फाउंडेशन बना दिया गया है। कंट्रोल रूम का निर्माण 10 से 15 दिन में पूरा हो जाएगा। एनईसी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को कहा गया है कि वे अधिकांश काम दिसंबर में ही पूरा कर लें। कोशिश है कि जनवरी में दो से तीन चौराहों से शुरुआत हो सके।