Night Curfew In Meerut: व्‍यापारियों को नाइट कर्फ्यू से एतराज, कहा- दिन में ये करें काम

जिला प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए नाइट कर्फ्यू लगा दिया है। व्यापारी संगठनों का कहना है कि नाइट कर्फ्यू लगाने से कोरोना की कड़ी नहीं टूटेगी। यदि दिन में बाजारों या मुख्य चौराहों पर यह काम किया जाए तो कोरोना से लड़ाई प्रभावी होगी।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Fri, 09 Apr 2021 09:02 AM (IST) Updated:Fri, 09 Apr 2021 09:02 AM (IST)
Night Curfew In Meerut: व्‍यापारियों को नाइट कर्फ्यू से एतराज, कहा- दिन में ये करें काम
मेरठ में व्‍यापारियों को नाइट कर्फ्यू से एतराज।

मेरठ, जेएनएन। जिला प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए नाइट कर्फ्यू लगा दिया है। व्यापारी संगठनों का कहना है कि नाइट कर्फ्यू लगाने से कोरोना की कड़ी नहीं टूटेगी। यदि दिन में बाजारों या मुख्य चौराहों पर मास्क चेकिंग जैसी सख्ती दिखाई जाए तो कोरोना से लड़ाई प्रभावी होगी। रात दस बजे के बाद तक सक्रिय रहने वाले व्यापार जैसे होटल, रेस्तरां, मंडप आदि के संचालकों ने नाइट कर्फ्यू पर कड़ा ऐतराज जताया है। उनका कहना है कि इस व्यापार से जुड़े वर्ग पर जीवन-यापन का संकट फिर से खड़ा हो जाएगा। इस संबंध में शुक्रवार को मेरठ मंडप एसोसिएशन मंडलायुक्त से मिलकर अपनी बात रखेगा।

शारदा रोड व्यापार संघ महामंत्री अमित अग्रवाल- दिन में गर्मी हो रही है। लोग शाम को ही घर से निकलते हैं। सरकार बार-बार कोरोना से बचाव के लिए जनता को जागरूक कर रही है। शारदा रोड पर सभी व्यापारी लगातार ग्राहकों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करा रहे हैं।

सेंट्रल मार्केट व्यापार संघ अध्यक्ष किशोर वाधवा- जिस स्थिति में कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है। उसको देखते हुए नाइट कर्फ्यू लगाने का निर्णय सही है। दिन में बाजारों में लगने वाली भीड़ पर जागरूक होने की आवश्यकता है। सेंट्रल मार्केट में भीड़ नहीं लगाने के लिए अपील की जा रही है। ग्राहक और व्यापारी दोनों को गंभीरता से सोचना होगा।

गंगानगर-मवाना रोड व्यापार संघ अध्यक्ष आमोद भारद्वाज- गंगानगर व कसेरू बक्सर के बाजार में सैनिटाइजेशन की व्यवस्था भी की गई है। बिना मास्क वाले ग्राहकों को निश्शुल्क मास्क दिया जाता है। कोरोना से बचाव व सुरक्षा के लिए व्यापारी व ग्राहक दोनों के लिए सतर्कता जरूरी है।

मेरठ मंडप एसोसिएशन महामंत्री विपुल सिंघल- तात्कालिक निर्णय कैसे लिया गया। समझ से परे है। सांप्रदायिक दंगे के माहौल की तरह अचानक से नाइट कफ्यरू लगा दिया। पुलिस प्रशासन नाकामी छिपाने के लिए अंग्रेजी फरमान सुना रहा है। यह बीमारी जागरूकता से दूर होगी, नाइट कफ्यरू नहीं। पुलिस-प्रशासन को दिन में सख्ती दिखानी चाहिए थी।

संयुक्त व्यापार संघ अजय गुप्ता- नाइट कफ्यरू लगाने से पहले व्यापारियों से वार्ता कर सुझाव लेना चाहिए था। रात में कोरोना से रोकथाम कैसे होगी। रेस्तरां, होटल, शादी मंडप आदि प्रतिष्ठानों के व्यापारी सर्वाधिक प्रभावित होंगे। इस निर्णय से व्यापारी के एक वर्ग को पूरी तरह से आपत्ति है। इस संबंध में डीएम से वार्ता की जाएगी।

संयुक्त व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन गुप्ता- कोरोना की रोकथाम के लिए अच्छा कदम है। कोरोना की रफ्तार को रोकने के लिए ठीक निर्णय है। लेकिन इससे होटल, रेस्तरां, शादी मंडप वालों को काफी नुकसान होगा। नाइट कफ्यरू की आड़ में व्यापारियों का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए। नाइट कफ्यरू के निशाने पर व्यापारी ही क्यों आता है।

बेगमपुल व्यापार संघ अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी- बेगमपुल बाजार में जगह-जगह बोर्ड लगाए जा रहे हैं। इसके माध्यम से बाजार में आने वाले लोगों से कोरोना गाइडलाइन मानने के लिए अपील की जा रही है। बिना मास्क वाले ग्राहकों को निश्शुल्क मास्क उपलब्ध कराएंगे। कोरोना से इस लड़ाई में जिला प्रशासन के साथ पूरी तरह से सहयोग करेंगे।

आबूलेन व्यापार संघ अध्यक्ष नरेंद्र सिंह करनैल- जहां पर अधिक भीड़ जुटती है, वहां पुलिस प्रशासन को सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए। मौसम में बदलाव पर जो सीजनल खरीदारी होती है, वह भी लोग कम कर रहे हैं। श्रमिकों को लाकडाउन का भय हो गया है। वह अपने घर लौटने की तैयारी में जुट गए हैं।

सदर व्यापार मंडल अध्यक्ष सुनील दुआ- रात दस से सुबह पांच बजे तक नाइट कफ्यरू में सर्वाधिक परेशानी बाजार के रेस्तरां व शादी मंडप संचालकों को होगी। सदर बाजार में व्यापारी वर्ग लगातार मास्क वितरित कर रहा है। कोरोना की गाइडलाइन से ही व्यापार होगा। कोरोना से लड़ाई व व्यापार दोनों ही एक साथ चलेंगे।

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