Netaji Subhash Chandra Jayanti 2021: नेताजी की जयंती पर मेरठ में होगा भव्य कार्यक्रम, यह है योजना

भारती आजादी में अहम भूमिका निभाने वालों महापुरुषों में से एक अग्रणी नाम रहा नेताजी सुभाष चंद्र बोस। नेताजी की जयंती पर कार्यक्रम का संचालन लंबे समय से कश्मीर व देशभक्ति को लेकर काव्य पाठ करने वाले प्रख्यात कवि डा. हरि ओम पंवार करेंगे।

By PREM DUTT BHATTEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 08:50 AM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 08:50 AM (IST)
Netaji Subhash Chandra Jayanti 2021: नेताजी की जयंती पर मेरठ में होगा भव्य कार्यक्रम, यह है योजना
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर मेरठ में कई कार्यक्रम होंगे।

मेरठ, जेएनएन। Netaji Subhash Chandra Jayanti 2021 भारत में आजादी सिर्फ एक शब्द या आजाद होने का भाव नहीं बल्कि इसे पाने के लिए महापुरुषों व वीर के पराक्रम व संघर्षों का प्रतिफल और उसकी मुकम्मल दास्तां है। भारत को आजादी दिलाने में कई महापुरुषों का योगदान रहा। उन्हीं महापुरुषों में से एक अग्रणी नाम रहा नेताजी सुभाष चंद्र बोस। जिन्होंने अपने विचार, सिद्धांत और संघर्ष से देश पर अमिट छाप छोड़ी। 23 जनवरी को ऐसे महापुरुष की जयंती पर लोग उन्हें नमन कर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे और विविध कार्यक्रम कर आजादी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को याद करेंगे।

इस क्रम में नेताजी सुभाष जन्म दिवस समारोह समिति के द्वारा हर वर्ष की तरह इस बार भी भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। बच्चा पार्क स्थित पीएल शर्मा स्मारक भवन में कार्यक्रम किया जाएगा। कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण से होगी और जनसभा में नेताजी के विचारों आदि पर बात होगी। इस दौरान नेताजी को समर्पित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का भी आयोजन होगा। जिसमें विभिन्न प्रख्यात कवियों में पद्मश्री डा. सुनील जोगी उच्च स्वर में वीर रस से ओतप्रोत कविताओं का पाठ कर पीएम शर्मा स्मारक भवन में बैठे लोगों को आजादी का जोश घोलेंगे।

कार्यक्रम का संचालन लंबे समय से कश्मीर व देशभक्ति को लेकर काव्य पाठ करने वाले प्रख्यात कवि डा. हरि ओम पंवार करेंगे। साथ कार्यक्रम में अन्य कवि व विशिष्ट अतिथि मौजूद रहेंगे। समिति के कार्यवाहक महासचिव व आरएसएस के विभाग संपर्क प्रमुख अरुण जिंदल ने बताया कि इस बार कोरोना के चलते कार्यक्रम अन्य वर्षों की तरह विशाल नहीं होगा। जिसमें इस बार छात्रों का पथ संचलन, प्रदर्शनी समेत अन्य कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे।

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