अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीर में तेजी से हो रहा विकास
मेरठ कालेज के रक्षा अध्ययन विभाग में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का समापन हो गया।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ कालेज के रक्षा अध्ययन विभाग में उच्च शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश और एआरआइडीएसएस दिल्ल्ी की ओर से आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार रविवार को समाप्त हुआ। आइसीएसएसआर के निदेशक डा. अजय कुमार गुप्ता ने कहा कि कश्मीर समस्या केवल पाकिस्तानी राजनेता और सेना के कारण बनी हुई है। अनुच्छेद 370 के साथ कश्मीर पिछड़ा रह गया था। इसी कारण कश्मीर एक जटिल समस्या बनी हुई थी जिससे देश को दो युद्ध भी लड़ने पड़े। अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद पिछले दो साल में कश्मीर में तेजी से विकास हो रहा है।
डा. अजय कुमार गुप्ता ने कहा कि वर्ष 1972 में शिमला समझौते में कश्मीर मसले का हल निकालने की कोशिश हुई थी लेकिन पाकिस्तान अपने वादे पर कायम नहीं रहा। पाकिस्तान मूलत: एक लोकतांत्रिक देश नहीं है। वहां सेना का कब्जा है। भारत ने संबंध सुधार की दिशा में सकारात्मक प्रयास किए लेकिन सफलता नहीं मिली।
शिक्षा व रोजगार बढ़ाने की जरूरत
विशिष्ट अतिथि डीएन डिग्री कालेज के प्राचार्य डा. बीएस यादव ने कहा कि कश्मीर में हर वर्ग को शिक्षा और रोजगार देने की जरूरत है जिससे युवा भटक कर आतंक का रास्ता न पकड़ें। इंद्रप्रस्थ विवि नई दिल्ली के प्रो. दुर्गेश त्रिपाठी ने कहा कि पाकिस्तान भारत के प्रति वैमनस्यता की राजनीति से प्रेरित है। वहां के राजनेता शांति से रहने वाली जनता को भारत के नाम पर डराकर राजनीति करते हैं। एनएएस कालेज के प्राचार्य डा. एसके शर्मा ने कहा कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35-ए को हटाना कश्मीर व भारत के लिए सर्वथा उचित है इसीलिए पाकिस्तान के शोर मचाने के बाद भी किसी देश ने उसका साथ नहीं दिया। संगोष्ठी को सफल बनाने में डा. भूपेंद्र सिंह, डा. अनुराग जायसवाल, डा. नवीन वर्मा, डा. अनिता मोरल आदि का सहयोग रहा।
शोध को बढ़ाने वाले हुए सम्मानित
एडवांस रिसर्च इंस्टीट्यू फार डेवलपमेंट आफ सोशल साइंस की ओर से शोध के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया गया। लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड आइसीएसएसआर दिल्ली के निदेशक डा. अजय कुमार गुप्ता और एनएएस डिग्री कालेज के प्राचार्य डा. एसके शर्मा को प्रदान किया गया। इनके अलावा उत्कृष्ट लेखन व शोध के लिए यंग साइंटिस्ट अवार्ड पाने वालों में डा. भूपेंद्र सिंह, डा. एसकेएस यादव, ग्रुप कैप्टन डा. आरके सिंह, डा. बीएस यादव, डा. सुमन, डा. सुनीता सिंह, डा. पूनम चौधरी, डा. एसपी वर्मा और डा. डीएन द्विवेद्वी शामिल रहे। इस अवसर पर रक्षा अध्ययन विभाग के कन्वीनर डा. संजय कुमार की किताब 'रिसर्च मेथोडोलाजी : ऐन इंट्रोडक्शन' का अतिथियों ने विमोचन किया। यह किताब पीएचडी कोर्स वर्क पाठ्यक्रम पर आधारित है। साथ ही एमए स्तर पर पढ़ाए जाने वाले रिसर्च मेथोडोलाजी के पेपर के पाठ्यक्रम को भी पूरा करती है।