बागपत में नरेश टिकैट बोले- लड़कियों ने छोड़ दिया जींस पहनना, अब लड़कों की बारी
पश्चिम उत्तर प्रदेश की खाप पंचायतें अब तक लड़कियों की वेशभूषा और मोबाइल प्रयोग आदि से जुड़े फरमान जारी करने के लिए चर्चित रही हैं। पहली बार लड़कों के कपड़ों को लेकर बालियान खाप के मुखिया व भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने बयान दिया हैं।
बागपत, जेएनएन। पश्चिम उत्तर प्रदेश की खाप पंचायतें अब तक लड़कियों की वेशभूषा और मोबाइल प्रयोग आदि से जुड़े फरमान जारी करने के लिए चर्चित रही हैं। पहली बार लड़कों के कपड़ों को लेकर बालियान खाप के मुखिया व भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने बयान दिया हैं। नरेश टिकैत ने कहा कि लड़कियों ने उनकी बात मानते हुए जींस पहनना छोड़ दिया तो लड़कों को भी हाफ पैंट छोड़कर सभ्यता और सादगीपूर्ण कपड़े पहनने होंगे।
शुक्रवार दोपहर दिल्ली जाते समय एक रेस्टोरेंट पर पत्रकारों से वार्ता में उन्होंने यह बात कही। बताया कि मुजफ्फरनगर जिले में उनके गांव सिसौली के एक कालेज में युवकों के हाफ पैंट पहनकर आने पर लड़कियों ने आपत्ति जताई थी। बकौल टिकैत, लड़कियों का कहना था कि जब उनके कहने पर क्षेत्र की 90 प्रतिशत लड़कियों ने जींस पहननीं छोड़ दी, तो लड़के क्यों असभ्य कपड़े पहन रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब लड़कों को हाफ पैंट छोड़कर सभ्य कपड़े पहनने होंगे।
नरेश टिकैत ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश में भाजपा की सरकार है, लेकिन किसानों की कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। पराली जलाने के नाम पर ड्रामा चल रहा है। फैक्ट्री और ईंट भट्ठों से वायु प्रदूषण फैल रहा है। रबड़ और टायर जलाए जा रहे हैं। सबसे ज्यादा प्रदूषण दिल्ली से फैल रहा है लेकिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी कमी छिपाने के लिए किसानों पर ठीकरा फोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, नया पेराई सत्र शुरू होने से पहले पिछला भुगतान होना चाहिए। गाधी गांव सहित अन्य गन्ना क्रय केंद्रों से जुड़ी परेशानी को अधिकारियों से मिलकर खत्म कराया जा रहा है। गोवंश के मुद्दे पर कहा, बेसहारा पशुओं के लिए प्रतिपशु प्रतिदिन 300 रुपये दिए जाएं, तो किसान गोवंश की सेवा कर सकते हैं। निकिता तोमर हत्याकांड की निंदा की। जिलाध्यक्ष प्रताप गुर्जर, इंद्रपाल चौधरी, प्रदीप गुर्जर आदि मौजूद रहे।
गलत का साथ नहीं देंगे
मुजफ्फरनगर के सिसौली स्थित एक कालेज में कुछ लड़कों द्वारा फोटोग्राफी करने पर शिक्षकों द्वारा उनको पुलिस को सौंपने के संबंध में हुई पंचायत के बारे में टिकैत ने कहा कि यह पंचायत इसलिए हुई थी कि युवाओं का भविष्य बर्बाद न हो। हालांकि बाद में आरोपितों का चालान कर दिया गया था। पंचायत में एक व्यक्ति ने जब यह कहा कि आरोपितों को छुड़ाने के लिए उनके बेटे गौरव टिकैत ने फोन किया था, तो नरेश टिकैत ने कहा कि यदि उनके बेटे ने गलती की है तो वह उसे पुलिस को सौंपने को तैयार हैं। उन्होंने पंचायत में साफ संदेश दिया कि वह गलत का साथ नहीं देंगे।