मुजफ्फरनगर : ऑक्‍सीजन के लिए सोशल मीडिया पर बेटा लगाता रह गया गुहार, जिंदगी से जंग हार गया पिता

ऑक्‍सीजन की कमी के कारण लगातार मौत के कारण खौफ पसर रहा है। एक युवक सोशल मीडिया पर पिता की जान बचाने की गुहार लगाता रहा लेकिन ऑक्‍सीजन की कमी के कारण उसके पिता जिंदगी की जंग हार गए।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 12:51 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 12:51 PM (IST)
मुजफ्फरनगर : ऑक्‍सीजन के लिए सोशल मीडिया पर बेटा लगाता रह गया गुहार, जिंदगी से जंग हार गया पिता
मुजफ्फरनगर में ऑक्‍सीजन की कमी से युवक की मौत। प्रतिकात्‍मक तस्‍वीर

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। ऑक्‍सीजन की कमी के कारण लगातार मौत के कारण खौफ पसर रहा है। एक युवक सोशल मीडिया पर पिता की जान बचाने की गुहार लगाता रहा, लेकिन ऑक्‍सीजन की कमी के कारण उसके पिता जिंदगी की जंग हार गए। इसी तरह की गुहार कई लोग अपनों की जान बचाने के लिए लगा रहे हैं, लेकिन ऑक्‍सीजन की कमी लगातार लोगों की जिंदगी लील रही है। कोरोना महामारी में तमाम सरकारी व्यवस्थाएं एवं दावे ध्वस्त होते जा रहे हैं। लोग अपनों को अपनी आंखों के आगे तड़पता देखकर बेबस होकर इंटरनेट मीडिया पर तो कोई सरकारी अधिकारियों से गुहार लगा रहा है, लेकिन दम तोड़ती व्यवस्था की तरह उनकी आस भी दम तोड़ कर अपनों से दूर करती जा रही है।

कस्बे के मंगल मोहल्ला निवासी सतपाल की हालत बिगड़ी तो बेटा आशू उनको लेकर सीएचसी पर गया, लेकिन वहां रटा-रटाया जवाब मिला कि आक्सीजन है ही नहीं। किसी तरह से जिले की ओर रुख किया तो वहां भी ऑक्‍सीजन की कमी का रोना रोया गया। आशू ऑक्‍सीजन की आस में लाइन में लगा तो फोन आया कि पिता की हालत बहुत खराब हो गई है। उसने अपने फोन से सोशल मीडिया समेत तमाम अपनों से आक्सीजन दिलाने की गुहार लगाई, लेकिन कहीं से कोई जबाव नहीं मिला। किसी तरह से दिल्ली से उसके मामा 20 हजार का सिलेंडर लेकर वहां पहुंचे तो वह भी काम नहीं आया और सतपाल ने दम तोड़ दिया। लोगों की इसी तरह की गुहार देखने-सुनने को मिल जाती है।

जिले में 719 में कोरोना संक्रमण की पुष्टि, तीन की मौत

कोरोना वायरस का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। रविवार को 719 लोगों में संक्रमण मिला है, जबकि तीन लोगों की मृत्यु हुई है। वहीं, थोड़ी राहत ये भी है कि उपचार के बाद 1447 लोग स्वस्थ होकर अपनों के बीच पहुंच गए हैं। जिलों में अब तक 202 लोगों की संक्रमण से ग्रस्त होने पर मौत हो चुकी है। अभी 5,638 मरीज उपचाराधीन हैं। जिले में अभी विभिन्न अस्पतालों, आइसोलेशन सेंटर, होम आइसोलेशन में 5,638 रोगियों का उपचार किया जा रहा है। रविवार को चिकित्सकीय उपचार की अवधि पूर्ण होने के बाद 1447 लोग स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं। 

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