मुजफ्फरनगर : नगीना के पूर्व सांसद डा. यशवंत सिंह सबूत के अभाव में बरी, जानिए क्या है मामला
वर्ष 2007 में मुजफ्फरनगर के जानसठ कोतवाली क्षेत्र के मूल निवासी डा. यशवंत सिंह ने जानसठ सुरक्षित सीट से बसपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़़ा़ था। इसके बाद वह बिजनौर के नगीना लोकसभा क्षेत्र में सांसद चुने गए थे।
मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। जनपद के जानसठ कोतवाली क्षेत्र के गांव चुडयाला के मूल निवासी डा. यशवंत सिंह ने 2007 में सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र जानसठ में बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में डा. यशवंत सिंह पर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहंचाने का आरोप था। एमपी एमएलए विशेष कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया।
यह है मामला
वर्ष 2007 के चुनाव में जानसठ कोतवाली के मूल निवासी डा. यशवंत ङ्क्षसह ने सुरक्षित सीट जानसठ से बसपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लडा था। इसके बाद वह बिजनौर के नगीना लोकसभा क्षेत्र में सांसद चुने गए थे। हालांकि चुनाव के दौरान डा. यशवंत ङ्क्षसह पर आरोप लगा था कि उन्होंने सरकारी अस्पताल की दीवार पर बिना अनुमति प्रचार के बाद भी पोस्टर चस्पा किए थे। इस संबंध में जानसठ कोतवाली में आचार संहिता उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में 14 सितंबर 2009 को आरोप तय हो गए थे। मुकदमे की सुनवाई विशेष एमपी एमएलए कोर्ट के जज गोपाल उपाध्याय की कोर्ट में चल रही थी। सोमवार को दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद कोर्ट ने सबूत के अभाव में बरी कर दिया।