Mukim Kala News: मुकीम ने कग्गा के गैंग में सीखा जरायम का ककहरा, फिर बना उसी के ग‍िरोह का सरदार

Mukim Kala Murder News 2011 में मुस्तफा उर्फ कग्गा के एनकाउंटर के बाद मुकीम बना गैंग लीडर। तत्कालीन गंगोह इंस्पेक्टर चमन सिंह चावड़ा ने किया था कग्गा का एनकाउंटर। कग्‍गा से ही उसने अपराध का ककहरा सीखा था।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 08:00 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 08:00 PM (IST)
Mukim Kala News: मुकीम ने कग्गा के गैंग में सीखा जरायम का ककहरा, फिर बना उसी के ग‍िरोह का सरदार
कग्‍गा के गैंग का सरदार बना मुकीम।

सहारनपुर, जेएनएन। चित्रकूट की जिला कारागार में जिस अपराध के अध्याय का अंत हुआ है। वह मुकीम काला 2010 में अपराध की दुनियां में आया था। उसने कुख्यात मुस्तफा उर्फ कग्गा के गैंग में शरण ली थी। यहीं से उसने अपराध की एबीसीडी सीखी। शुरुआत दौर में मुकीम काला छोटे अपराध करता था। उसने चेन छिनने से लेकर साइकिल तक लूटी। इसके बाद धीरे-धीरे वह मुस्तफा का नजदीकी होता चला गया। मुस्तफा उर्फ कग्गा उस पर पूरा विश्वास करने लगा। मुस्तफा को एनकाउंटर में ढेर करने वाले तत्कालीन इंस्पेक्टर चमन सिंह चावड़ा की माने तो कग्गा ने मुकीम को बोल दिया था कि उसकी मौत के बाद वह गैंग चलाएगा। उसने किया भी ऐसा ही।

दरअसल, वर्ष 2009 में मुस्तफा उर्फ कग्गा अपराध की दुनियां में आया। उसने शुरुआत में अपना गैंग बनाने के लिए कई युवकों को जोड़ा। इसके बाद उसने ताबड़तोड़ वारदात की। मुस्तफा ने शामली, सहारनपुर और मुजफ्फरनगर में सबसे अधिक अपराधों को अंजाम दिया। उसने थानाभवन में दो सिपाहियों की हत्या करने के बाद उनकी राइफल लूट ली। इसके बाद उस पर 50 हजार का ईनाम हो गया। यहीं नहीं, उसने सहारनपुर की नेहरू मार्केट में एक मोबाइल दुकानदार की हत्या कर दी। गंगोह में लाखों की लूट की। इसके बाद उस पर एक लाख का इनाम कर दिया गया।

गंगोह के तत्कालीन इंस्पेक्टर वर्तमान में बरेली के आंवला सीओ चमन सिंह चावड़ा बताते हैं कि वर्ष 2011 में उन्हें सूचना मिली कि बीनपुर गांव के जंगल में मुस्तफा उर्फ कग्गा किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने वाला है। जिसके बाद चमन सिंह चावड़ा ने एसओजी प्रभारी प्रशांत कपिल और उनकी टीम को साथ लिया। आमने सामने की मुठभेड़ हुई। जिसमें कग्गा एनकाउंटर में मारा गया। वहीं, मुकीम काला उस समय फरार हो गया। कग्गा की महिला मित्र फातिमा भी फरार हो गई थी। हालांकि बाद में फातिमा को पकड़ लिया था। इसके बाद मुकीम काला ने कग्गा गैंग का सरदार बन गया और ताबड़तोड़ वारदात को अंजाम दिया। 

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