'गृहम' में माताओं-बहनों ने सीखे आत्मरक्षा के गुर

बदलते समाज से लोहा लेने और स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए महिलाओं व बेटियों का आत्म निर्भर रहना जरूरी है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए दैनिक जागरण की ओर से गणतंत्र दिवस के मौके पर बिजली-बंबा बाईपास स्थित गृहम कालोनी में महिलाओं और बालिकाओं के लिए आत्मरक्षा का गुर सिखाने के लिए विशेष शिविर का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Jan 2020 04:00 AM (IST) Updated:Tue, 28 Jan 2020 06:07 AM (IST)
'गृहम' में माताओं-बहनों ने सीखे आत्मरक्षा के गुर
'गृहम' में माताओं-बहनों ने सीखे आत्मरक्षा के गुर

मेरठ, जेएनएन। बदलते समाज से लोहा लेने और स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए महिलाओं व बेटियों का आत्म निर्भर रहना जरूरी है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए दैनिक जागरण की ओर से गणतंत्र दिवस के मौके पर बिजली-बंबा बाईपास स्थित गृहम कालोनी में महिलाओं और बालिकाओं के लिए आत्मरक्षा का गुर सिखाने के लिए विशेष शिविर का आयोजन किया गया। मार्शल आर्ट के खिलाड़ी व कोच की टीम ने महिलाओं व बालिकाओं को तरह-तरह की परिस्थितियों में स्वयं को बचाने के तौर-तरीके बताए। सभी ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया जरूरत पड़ने पर आत्मरक्षा के तौर-तरीकों के इस्तेमाल के लिए भी एक-दूसरे को प्रेरित किया।

इस कार्यक्रम के अंतर्गत ही छोटे बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई। बच्चों ने भी प्रतियोगिता में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया और खूब रंग-बिरंगे चित्र बनाए। चित्रकला प्रतियोगिता का रिजल्ट जल्द ही घोषित किया जाएगा। इसकी जानकारी भी प्रतिभागियों को दी जाएगी। मार्शल आ‌र्ट्स टीम में शामिल आशीष कुमार, शेखर, शुभम गर्ग, रजत गुप्ता व आयुषी वर्मा ने आत्मरक्षा शिविर में सभी को जरूरत के अनुरूप तौर-तरीके बताए जिससे वह आसानी से उसका इस्तेमाल भी कर सके। आत्मरक्षा के गुर सीखने के बाद भी धैर्य और आत्मबल का बहुत बड़ा योगदान रहता है जो हमें लड़ने के लिए प्रेरित करता है। आत्मरक्षा शिविर के आयोजन में संजीव सक्सेना, हरीश कुमार, आकांक्षा भटनागर, केसी शर्मा, शरद श्रीवास्तव, अंशुल खन्ना आदि का योगदान रहा। -आत्मरक्षा के गुर सिखाने वाले ऐसे शिविर लगते रहने चाहिए इससे हमारा भी मनोबल बढ़ता है।

-आकांक्षा -ऐसे शिविर में शामिल होने के बाद कुछ नया सीखने को मिलता है। जो हमें आत्म निर्भर बनने के लिए प्रेरित करता है।

-खुशबू -सुरक्षा के तौर-तरीके महिलाओं व बेटियों के लिए बहुत जरूरी है। कम से कम प्राथमिक सुरक्षा के लिए हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए।

-चंचल शर्मा -हम आगे भी कोशिश करेंगे कि जो तौर-तरीके हमें बताए गए उनका अभ्यास करते रहें जिससे जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल भी कर सकें।

-प्रीति चौहान -शिविर में कई अच्छी टेकनीक बताई गई जो वाकई जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल किया जा सकता है।

-कंचन

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