मां के सौतेले व्यवहार ने छीन ली पांच जिदगी
निकाह के बाद रईस को रिहाना ने अपना पति स्वीकार कर लिया था लेकिन उसकी पहली पत्नी शबाना के दोनों बच्चों को नहीं अपना सकी। बच्चों से अक्सर सौतेला व्यवहार करती थी।
मेरठ, जेएनएन। निकाह के बाद रईस को रिहाना ने अपना पति स्वीकार कर लिया था, लेकिन उसकी पहली पत्नी शबाना के दोनों बच्चों को नहीं अपना सकी। बच्चों से अक्सर सौतेला व्यवहार करती थी। कई बार तो हैदर और अफ्फान रात में बिना खाना खाए ही सो जाते थे। जैसे ही रईस को इसकी जानकारी मिलती तो दंपती में विवाद होता था। गुरुवार को भी बच्चों के खाने को लेकर शुरू हुआ विवाद मौत के तांडव तक पहुंच गया। रईस ने पूरे परिवार को ही खत्म कर डाला। रईस ने सुसाइड नोट में लिख भी दिया कि पूरे परिवार की मौत की वजह रिहाना ही है।
सात साल पहले शबाना की मौत के बाद से रईस अकेला रह गया था। दो बच्चों का पालन पोषण करने में दिक्कत आ रही थी। तभी आस-पड़ोस के लोगों ने रईस का दूसरा निकाह कराने का निर्णय लिया। मुरादनगर की रिहाना के परिवार से रईस के परिवार ने संपर्क किया। रिहाना भी इससे पहले दो निकाह और कर चुकी थी। ग्रामीणों के मुताबिक कुछ दिन तक रिहाना ने रईस के दोनों बच्चों को मां का प्यार दिया। इसके बाद रिहाना भी मां बन गई। उसने शादी के एक साल बाद ही बेटी आयत को जन्म दिया, जो इस समय चार साल की थी। रिहाना को रईस का दोनों बच्चों को प्यार करना नागवार गुजरता था। इसी को लेकर दंपती में अक्सर मारपीट भी होती थी। तीन दिन पहले भी दोनों में जमकर मारपीट हुई थी। आस-पड़ोस के लोग दोनों को शांत कर देते थे। गुरुवार को भी यही हुआ। जब रिहाना खाना बना रही थी, तभी बच्चों को लेकर विवाद हो गया। दंपती में झगड़ा हुआ। पड़ोसी समझ रहे थे कि यह तो रोजाना ही होता है। ऐसे में कोई अंदर तक नहीं गया। दो बजे के बाद शाम तक घर के अंदर से कोई आवाज नहीं आई। तब आसपास के लोगों ने दीवार फांदकर परिवार को देखा तो सभी मृत अवस्था में पड़े थे।