Mukim Kala Murder: कुख्यात मुकीम काला का शव लेने चित्रकूट पहुंचे उसके मां और चाचा, गांव में पसरा सन्नाटा; वेस्ट यूपी में अलर्ट
चित्रकूट के जेल में हुई गैंगवार के बाद तीनों अपराधियों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। शनिवार को शामली के गांव जहानपुरा से कुख्यात अपराधी मुकीम काला के शव को लेने के लिए चित्रकूट पहुंच गए। इधर गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।
शामली, जेएनएन। Mukim Kala Murder: चित्रकूट के जेल में हुई गैंगवार के बाद तीनों अपराधियों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। शनिवार को शामली के गांव जहानपुरा से कुख्यात अपराधी मुकीम काला के शव को लेने के लिए चित्रकूट पहुंच गए। किराए के एंबुलेंस से चित्रकूट कुख्यात का शव गांव लाया जाएगा। जिले में पुलिस फोर्स की तैनाती है। वहीं सुरक्षा में चूक होने के कारण जेल अधीक्षक और जेलर समेत पांच को निलंबित कर दिया गया है। इधर, मुकीम काला के गांव जहानपुरा में मुकीम काला के मृत होने के सूचना पर गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। गांव की गलियों में कोई भी व्यक्ति नहीं दिखाई दे रहा है। जनपद की पुलिस भी इस गांव में तैनात की गई है। साथ ही पूरे जिले में अलर्ट किया गया है।
बागपतत जेल में अलर्ट
बागपत: चित्रकूट के जिला कारागार में शूटआउट की घटना के बाद बागपत जेल में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। बंदियों कि हर गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। दरअसल बागपत की जेल अधिकांश सुर्ख़ियों में रहती है। पूर्वांचल के माफिया डान मुन्ना बजरंगी की हत्या हुई। इससे पहले कुख्यात सुनील राठी ने रुड़की के डाक्टर एनडी अरोड़ा से फोन पर रंगदारी मांगी थी। दो मई 2020 को बंदी ऋषिपाल की वर्चस्व के चलते दूसरे गिरोह के बंदियों ने नुकीले हथियार से गोदकर हत्या कर दी थी।
गैंगवार में ऐसे हुआ था तीनों का अंत
चित्रकूट की जिला जेल में शुक्रवार को गैंगवार हो गया। इस घटना में दो कुख्यातों मुकीम काला और मेराज पर कुख्यात अंशुल दिक्षित ने कटे से फायर कर दिया। ताबड़तोड़ फायरिंग में दोनों आरोपितों की मौत हो गई थी। गोलियों की तड़तड़ाहट से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। पुलिस ने अंशुल को हथियार डालने को कहा लेकिन उसने पुलिस पर फायर कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने उसे एंकाउंटर में मार गिराया। आज इन तीनों कुख्यातों के शवों का पोस्टमार्टम हुआ।
मेरठ के जेल में त्रिस्तरीय सुरक्षा का खाका तैयार, कैमरे के सामने होगी तलाशी
चित्रकूट की घटना के बाद जिला कारागार में सतर्कता बढ़ा दी गई है। त्रिस्तरीय सुरक्षा का खाका तैयार किया गया है। साथ ही कैमरे के सामने भी तलाशी होगी, ताकि कहीं कोई चूक न रह जाए। इसके साथ ही दिन में एक बार औचक निरीक्षण भी होगा। वरिष्ठ जेल अधीक्षक डा. बीडी पांडेय ने बताया कि जेल की सुरक्षा व्यवस्था पहले से ही दुरुस्त है। फिलहाल बंदियों और कैदियों से मुलाकात तो बंद है, लेकिन जेल स्टाफ की तीन स्तर पर चेकिंग की जाएगी। तीन बार जांच के बाद ही किसी को भीतर प्रवेश करने दिया जाएगा। वह खुद भी इस पर नजर रखेंगे। इसके साथ ही बैरकों के एंट्री प्वाइंट पर लगे कैमरों की भी लगातार जांच की जाएगी।
अचानक चेकिंग की जाएगी : वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि अभी दो बार जेल के भीतर चेकिंग की जा रही है। अब से दिन में अचानक चेकिंग की जाएगी। यह चेकिंग वह खुद ही करेंगे। कैदियों और बंदियों के लिए आने वाले सामान को भी तीन जगह चेक किया जाएगा। इसके बाद जब बंदी और कैदी को दिया जाएगा, तब भी इसकी जांच की जाएगी।