बाजार की सामूहिक साप्ताहिक बंदी को कारगर मानते हैं ज्यादातर व्यापारी

कोरोना से लड़ाई लड़ने के लिए प्रशासन ने सोमवार को पूरे शहर में एक साथ बाजार बंद रहेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 07:10 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 07:10 AM (IST)
बाजार की सामूहिक साप्ताहिक बंदी  को कारगर मानते हैं ज्यादातर व्यापारी
बाजार की सामूहिक साप्ताहिक बंदी को कारगर मानते हैं ज्यादातर व्यापारी

मेरठ,जेएनएन। कोरोना से लड़ाई लड़ने के लिए प्रशासन ने सोमवार को पूरे शहर में एक साथ बाजारों की साप्ताहिक बंदी का एलान कर दिया है। इस निर्णय से अधिकतर बाजार सहमत हैं, लेकिन बेगमपुल व्यापार संघ व संयुक्त बाजार संगठन ने निर्णय को सही नहीं बताया है। उन्होंने कहा है कि प्रशासन ने केवल एक व्यापारी गुट की बात सुनकर ऐसा निर्णय लिया। वहीं, सोमवार को गढ़ रोड, रोहटा रोड, आबूलेन, सदर, लालकुर्ती पैंठ, शास्त्रीनगर व जागृति विहार समेत सभी मुख्य बाजार बंद रहे। बेगमपुल बाजार पूरी तरह से खुला रहा। वर्जन ---- कोरोना की चेन तोड़ने के लिए यह जरूरी था। सोमवार को व्यापारियों ने बंद के आहवान का काफी हद तक समर्थन किया। हमारे साथ शहर के सभी बाजार सोमवार की सामूहिक बंदी में साथ रहे। शहर में आबूलेन, गढ़ रोड, रोहटा रोड, कंकरखेड़ा, जागृति विहार, शास्त्रीनगर पल्लवपुरम व लालकुर्ती पैंठ आदि मुख्य बाजार बंद रहे। उन सभी व्यापारियों का आभार है, जिन्होंने अपने और जनता हित में इस निर्णय में साथ दिया। शापिग माल व विशाल मेगा मार्ट भी सोमवार को बंदी में शामिल होने चाहिएं।

- अजय गुप्ता, अध्यक्ष, संयुक्त व्यापार संघ रविवार व सोमवार को लगातार दो दिनों तक बाजार बंद रखने से कोरोना की चेन तोड़ने में आसानी होगी। डीएम का निर्णय सराहनीय है। बाजार में व्यापारी व ग्राहक दोनों कुशल रहें, इसके लिए कुछ प्रभावी कदम उठाने होंगे। व्यापारी प्रशासन के निर्णय के साथ खड़ा है।

-किशोर वाधवा, अध्यक्ष, सेंट्रल मार्केट व्यापार संघ शहर के सभी बाजार सप्ताह में केवल एक ही दिन बंद होने चाहिए। यह मांग हमनें काफी समय से रखी थी। सरकार से निवेदन है कि रविवार के अलावा एक दिन ऐसा भी हो, जिसमें सभी सरकारी कार्यालय बंद किए जाएं। सरकारी कार्यालयों में भीड़ जुटती है, उस पर अंकुश लग सके। कोरोना को हराने के लिए बाजार में साप्ताहिक बंदी को व्यापारी भी समझें।

-विपुल सिघल, महामंत्री, संयुक्त गढ़ रोड व्यापार समिति सुभाष बाजार में पहले से ही सोमवार को साप्ताहिक बंदी होती थी। रविवार व सोमवार के एक साथ बाजार बंद होने से कोरोना के खिलाफ लड़ाई प्रभावी होगी। जिलाधिकारी के निर्णय के साथ व्यापारी वर्ग कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।

-संजय कुमार, महामंत्री, सुभाष बाजार व्यापार मंडल इस निर्णय से कोरोना के खिलाफ लड़ाई सकारात्मक रूप से लड़ी जा सकेगी। रविवार व सोमवार एक साथ बंदी होने से कोरोना की चेन तोड़ने में सफलता मिलेगी। जो बाजार शेष दिनों में बंदी रखते हैं, वह भी इन्हीं दिनों में अपनी साप्ताहिक बंदी रखें, तो ज्यादा बेहतर है।

-नरेंद्र सिंह करनैल, अध्यक्ष, आबूलेन व्यापार संघ बेगमपुल बाजार में बुधवार को साप्ताहिक बंदी होती है। लेकिन प्रशासन ने सभी बाजारों को सामूहिक रूप से सोमवार को बंद रखने का निर्णय लिया है। बुधवार को बंद रहेगा या नहीं, इसके लिए मंगलवार को बेगमपुल व्यापार संघ बैठक करेगा। उसके बाद ही कुछ कहा जाएगा।

- अशोक माहेश्वरी, अध्यक्ष, बेगमपुल व्यापार संघ यह बाजारों पर जबरन व जल्दबाजी में थोपने जैसा निर्णय है। व्यापार संघ के केवल एक गुट के कहने पर प्रशासन द्वारा यह सामूहिक बंदी की घोषणा की गई है। व्यापारियों के साथ वार्ता करनी चाहिए थी। उन्हें विश्वास में लेना चाहिए था। जिससे सभी व्यापारियों में एकरूपता बनी रहे।

- मुकुल सिघल, संयोजक, संयुक्त व्यापार संगठन

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