कोरोना संक्रमण रोकने के लिए गांव-गांव होगी निगरानी समिति की भी निगरानी, अधिकारियों को भेजी जाएगी रिपोर्ट

मेरठ के गांव देहात में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्लान तैयार । अधिकारियों को दी जिम्मेदारी अधिकारियों को भेजी जाएगी रिपोर्ट । इसके लिए विकास खंड स्तर पर अधिकारियों की तैनाती की जा रही है ।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 05:38 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 05:38 PM (IST)
कोरोना संक्रमण रोकने के लिए गांव-गांव होगी निगरानी समिति की भी निगरानी, अधिकारियों को भेजी जाएगी रिपोर्ट
गांव-गांव होगी निगरानी समिति की भी निगरानी।

मेरठ, जेएनएन। गांव-देहात में कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए हर स्तर पर कवायद की जा रही है। ऐसे में गांव-गांव की निगरानी के लिए निगरानी समिति का गठन किया गया है। साथ ही समिति के कार्य पर नजर रखने के लिए भी निगरानी की जाएगी। इसके लिए विकास खंड स्तर पर अधिकारियों की तैनाती की जा रही है। निगरानी करने वाले अधिकारी अपने रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को देंगे। जिसके बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।

पंचायत चुनाव के बाद एकाएक गांवों में बीमार लोगों की संख्या काफी बढ़ने लगी है। जिसके बाद गांवों में बीमार लोगों को तलाशने और उपचार देने के लिए पांच मई को अभियान भी शुरू किया गया। वर्तमान में ढ़ाई लाख से अधिक घरों का सर्वे कार्य पूरा हो चुका है। जिसमें सामने आया कि अभी भी गांवों में ढ़ाई हजार से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज सक्रिय है। इन सब के बीच अधिक सतर्कता बरतते हुए गांव-गांव गठित की जा चुकी निगरानी समिति को पूरी तरह से सक्रिय किया गया है।

निगरानी समिति में शामिल आशा कार्यकर्ता और एएनएम को विशेष रूप से दिशा-निर्देश दिए गए है। साथ ही गांव में बाहर से आने वाले व्यक्तियों को ब्यौरा भी दर्ज कराया जा रहा है। इसके अलावा बीमार लोगों की अलग से सूची तैयार की जा रही है। इन सब के बीच निगरानी समिति पर निगाह रखने के लिए अब अधिकारियों को भी विकास खंड वार तैनात किया जा रहा है। तैनात होने वाले अधिकारी गांवों में निगरानी समिति के कार्य पर निगाह रखेंगे और उनकी कार्यशैली को लेकर रिपोर्ट तैयार कर जिला प्रशासन को देंगे। रिपोर्ट के आधार पर आंकलन कर कार्रवाई की जाएगी। सीडीओ शशांक चौधरी ने बताया कि निगरानी समिति की निगरानी के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। 

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