21 दिन के लिए बंद हुई गंगनहर की जलापूर्ति, दीपावली की रात होगी चालू
वार्षिक नहरबंदी के तहत रजवाहों व माइनरों की सिल्ट सफाई के लिए शुक्रवार मध्य रात्रि गंगनहर की जलापूर्ति हरिद्वार से 21 दिनों के लिए बंद कर दी जाएगी।
मेरठ, जेएनएन। वार्षिक नहरबंदी के तहत रजवाहों व माइनरों की सिल्ट सफाई के लिए शुक्रवार मध्य रात्रि गंगनहर की जलापूर्ति हरिद्वार से 21 दिनों के लिए बंद कर दी जाएगी। शासन ने सिचाई विभाग को 21 दिनों की नहरबंदी के लिए मंजूरी दी है। इन दिनों में गंगनहर के रजवाहों व माइनरों की सिल्ट सफाई की जाएगी। शुक्रवार सुबह सरधना क्षेत्र में फुलत माइनर पर स्थानीय विधायक संगीत सोम ने फीता काटकर उदघाटन किया। वहीं, रोहटा माइनर पर सिवालखास विधायक जितेंद्र सतवई ने शुभारंभ किया।
सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता एनके लांबा ने बताया कि गंगनहर की देखरेख व रजवाहों व माइनरों की सफाई के लिए वार्षिक नहरबंदी की जाती है। प्रत्येक वर्ष दीपावली से एक माह पूर्व गंगनहर को बंद करते हुए रजवाहों व माइनरों में सिल्ट सफाई की जाती है। उन्होंने बताया कि मेरठ क्षेत्र में रजवाहों व माइनरों की लंबाई क्रमश: 383 व 299 किमी है। दीपावली की मध्य रात्रि गंगनहर में जलापूर्ति चालू कर दी जाएगी।
शौचालय में पसरी गंदगी, मुश्किल में तीमारदार : तहसील रोड स्थित सरधना सीएचसी के शौचालय में गंदगी पसरी रहने से तीमारदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार गांव देहात व कस्बे को रोगमुक्त करने के लिए प्रयास कर रही है। वहीं, सीएचसी में पसरी गंदगी से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी साफ-सफाई को लेकर कितने गंभीर है। सीएचसी में चौतरफा गंदगी का अंबार लगा है। इससे वार्डों में भर्ती मरीजों व उनके स्वजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता होगा। सीएचसी प्रभारी डा.अमित कुमार त्यागी ने बताया कि नपा द्वारा सीएचसी में निर्माण कार्य चल रहा है। इससे साफ-सफाई बाधित हो रही है। जल्द सफाई करा दी जाएगी।