मिशन एग्जामिनेशन :: 10वीं के परीक्षार्थियों की अच्छी हो एमसीक्यू तैयारी
सीबीएसई और सीआइएससीई दोनों ही केंद्रीय बोर्ड की ओर से इस सत्र में टर्म एग्जाम कराए जा रहे हैं।
मेरठ, जेएनएन। सीबीएसई और सीआइएससीई दोनों ही केंद्रीय बोर्ड की ओर से इस सत्र में टर्म एग्जाम कराए जा रहे हैं। इनमें पहला टर्म एग्जाम पूरी तरह से एमसीक्यू यानी बहुविकल्पीय प्रश्न आधारित होगा। 12वीं के छात्र-छात्राओं के लिए बोर्ड परीक्षा एमसीक्यू आधारित पहली जरूर है लेकिन वह परीक्षार्थी एमसीक्यू से अनजान नहीं हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि कक्षा 11वीं से ही छात्र नीट व जेईई की परीक्षाएं देते हैं जो एमसीक्यू आधारित ही होती हैं। लेकिन कक्षा 10वीं के छात्रों के लिए यह पूरी तरह से नई पद्धति है। इसलिए उनकी तैयारी और बेहतर होनी चाहिए जिससे परीक्षा में पद्धति से जुड़ी परेशानी न हो।
ठीक से समझें और खूब अभ्यास करें
स्कूल 10वीं के परीक्षार्थियों को विशेष तौर पर एमसीक्यू पद्धति में ढालना चाहते हैं जिससे टर्म-वन परीक्षा में उनकी ओर से कोई गलती न हो जाए। अभिभावक भी एमसीक्यू पद्धति, उसके पेपर पैटर्न, तैयारी के तरीके समझें जिससे छात्र-छात्राओं का बेहतर मार्गदर्शन कर सकें। छात्र जीवन में 10वीं ही पहली बोर्ड परीक्षा होती है। इसकी तैयारी कक्षा एक से ही होती है। हर साल छात्र उसी पद्धति पर परीक्षा देता रहा है लेकिन इस बार की परीक्षा के लिए पिछली परीक्षाओं से कुछ भी सीखने योग्य नहीं है। सब नया है। नए तरीके से सीखें। नए पैटर्न में खूब अभ्यास करें। शिक्षकों से हर तरह के सवाल पूछें जिससे हर आशंका दूर हो जाए।
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सोशल स्टडीज में फाइव आर से बेहतर होगी तैयारी
-सोशल स्टडीज की मजबूत तैयारी के लिए सबसे पहले एनसीईआरटी की किताबें पढ़ लें। किताबों में हर चैप्टर में सोर्स या टेबल भी दिए होते हैं। इन्हें भी ध्यान पूर्वक पढ़ते चलें। एमसीक्यू में इनमें से भी पूछे जा सकते हैं। किताब पढ़ने के बाद सीबीएसई की ओर से जारी सैंपल पेपर्स को हल करने की कोशिश करें। इससे सीबीएसई के पैटर्न की अच्छी जानकारी होगी और गलती की गुंजाइश भी नहीं के बराबर रह जाएगी। इसके बाद ही दूसरे सैंपल पेपर हल करें। पेपर चार भागों में विभाजित होगा। पेपर की अच्छी तैयारी के लिए फाइव आर को ध्यान में रखें। इनमें रीड, रिफ्लेक्ट, रिसाइट, रिव्यू और रिकाल करना शामिल है। मुश्किल प्रश्नों पर समय नष्ट न कर आगे बढ़ते जाएं। इस विषय को 'बाद में कर लेंगे' की बजाय 'अभी करना है' की युक्ति अपनाएं।
-रेनू शर्मा, पीजीटी सोशल साइंस, केएल इंटरनेशनल स्कूल ---
तीन सेक्शन में विभाजित है आइटी का पेपर
सीबीएसई के बदले पैटर्न के अनुसार आइटी यानी इंफार्मेटिक्स टेक्नोलाजी का प्रश्न पत्र अब तीन भागों में विभाजित है। पेपर के सेक्शन-ए में एम्प्लाईबिलिटि स्किल्स से तीन तरह के प्रश्न पूछे जाएंगे। पहला कम्यूनिकेशन स्किल्स, सेल्फ मैनेजमेंट स्किल्स और इंफार्मेशन एंड कम्यूनिकेशन स्किल्स हैं। यह तीन अलग-अलग यूनिटों में आपको एम्प्लाईबिलिटि स्कि्लस के अंतर्गत छह में पांच प्रश्न करने होंगे। सेक्शन-बी में सब्जेक्ट स्पेसिफिकेशन स्किल्स से डिजिटल डाक्यूमेंटेशन पर, इलेक्ट्रनिक स्प्रेड शीट और डाटाबेस मैनेजमेंट पर प्रश्न होगा। सेक्शन-सी में कंपीटेंसी बेस्ड प्रश्न होंगे जिनमें सात में पांच करने हैं।
-गौरव भाटिया, एचओडी कंप्यूटर्स, श्रीराम पब्लिक स्कूल