Mission 2022: रालोद की चुनाव के पहले प्रकोष्ठों को मजबूत बनाने की पहल, ऐसी बनाई गई रणनीति

Mission 2022 राष्‍ट्रीय लोकदल यूपी के विधानसभा चुनावों से पहले संगठन को मजबूत बनाने में जुट गया है। दलितों और अल्पसंख्यक वर्ग को जोडऩे के प्रयास के बाद अब महिलाओं को साधने पर विशेष जोर है। लगातार मंथन किया जा रहा है।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 11:00 AM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 11:00 AM (IST)
Mission 2022: रालोद की चुनाव के पहले प्रकोष्ठों को मजबूत बनाने की पहल, ऐसी बनाई गई रणनीति
आगामी विधानसभा चुनाव के लिए रालोद संगठन को मजबूत करने में जुट गया है।

मेरठ, जागरण संवाददाता। Mission 2022 राष्ट्रीय लोकदल चुनाव के पहले संगठन को मजबूत बनाने की कवायद कर रहा है। इसमें दलितों और अल्पसंख्यक वर्ग को जोडऩे के प्रयास के बाद अब महिलाओं को साधने पर विशेष जोर है। जाट पट्टी में फौज से जुड़े लोगों को जोडऩे के लिए सैनिक प्रकोष्ठ ने मेरठ जिला और महानगर इकाईयों का गठन किया है। रालोद मिशन 2022 की तैयारियों को लेकर रणनीति बनाने में जुट गया। पार्टी का शीर्ष नेतृत्व विधानसभा चुनाव को लेकर मंथन कर रहा है।

यह है रणनीति

इसमें पूर्व सैनिकों और उनके परिवार के सदस्यों साथ में लेने की पहल की है। बतातें चलें कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में सेना में कार्यरत और पूर्व सैनिकों के परिवार हजारों की संख्या में है। खेती के बाद सबसे ज्यादा लोग सेना में हैं। प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष कर्नल ब्रहमपाल सिंह ने क्षेत्रीय और प्रदेश स्तर पर पदाधिकारी दो दिन पूर्व नियुक्त किए हैं।

नारी शक्ति संगठन

रालोद के महिला प्रकोष्ठ ने नारी शक्ति संगठन बनाया है। अब इसमें महिलाओं को जोडऩे की तैयारी है। अभी तक रालोद के कार्यक्रमों में आधी आबादी की भागीदारी कम नजर आती थी। इसी को ध्यान में रख कर संगठन बनाया है। महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंवदा तोमर पूर्व में भाजपा से जुड़ी थी। रालोद में आने पर उन्हें अहम जिम्मेदारी दी गई है। सोमवार को नारी शक्ति संगठन के महानगर अध्यक्ष के रूप में सीमा चौधरी की नियुक्ति की गई।

मुकेश जैन को नियुक्त किया

अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश जैन को नियुक्त किया गया है। जैन समाज की मेरठ, बागपत और कई इलाकों में खासी संख्या है। उनकी नियुक्त को जैन के साथ व्यापारिक वर्ग के बीच पैंठ बनाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। यह तो चुनाव के परिणाम बताएंगे कि जिन्हें जिम्मेदारी दी जा रही है वह पार्टी को कितना वोट दिलाने में सक्षम हो पाएंगे लेकिन पार्टी हर वर्ग को जोडऩे की जोरदार कोशिश कर रही है। चुनाव की तैयारियों को लेकर पाटी कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है।

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