मेरठ : प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा ने दी चेतावनी, जो हर मरीज का इलाज नहीं करेंगे वो नपेंगे जरूर

Meerut के प्रभारी मंत्री और प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा है कि मुख्यमंत्री की इच्छा है कि हर मरीज को इलाज और सभी सुविधाएं मिलें। जो अस्पताल और अधिकारी यह नहीं कर पा रहे हैं उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 08:46 AM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 08:46 AM (IST)
मेरठ : प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा ने दी चेतावनी, जो हर मरीज का इलाज नहीं करेंगे वो नपेंगे जरूर
बैठक के दौरान कड़े शब्‍दों में दी चेतावनी।

मेरठ, जेएनएन। जनपद के प्रभारी मंत्री और प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा है कि मुख्यमंत्री की इच्छा है कि हर मरीज को इलाज और सभी सुविधाएं मिलें। जो अस्पताल और अधिकारी यह नहीं कर पा रहे हैं, उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी। कोरोना से हुई एक-एक मौत की जांच (आडिट) होगी। एक भी मौत में लापरवाही सामने आई तो उसकी जिम्मेदारी तय होगी। इलाज में कुछ निजी अस्पतालों की मनमानी, तीमारदारों आक्सीजन और जीवनरक्षक दवाओं के लिए परेशान करने तथा मनमानी वसूली की शिकायतें मिली हैं। एक-एक निजी अस्पताल का आडिट कराया जाएगा। आरोप सही मिले तो अस्पताल का लाइसेंस निरस्त होगा। कोई भी अस्पताल मरीज को भर्ती करने से इन्कार नहीं करेगा। सभी को उपलब्ध बेड की संख्या को बाहर डिस्प्ले करना होगा। ये सभी कार्य जिलाधिकारी को सौंपे गए हैं।

प्रदेश के अन्य जनपदों में कोरोना संक्रमण का प्रकोप कुछ कम हो रहा है लेकिन मेरठ में यह रुकता नजर नहीं आ रहा। इसे लेकर सरकार भी खासी गंभीर है। बुधवार को मेरठ आए प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा सीधे इंटीग्रेटिड कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पहुंचे। सर्किट हाउस में उन्होंने जनप्रतिनिधियों से सरकारी प्रयासों और कार्यप्रणाली पर फीडबैक लिया। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि प्रत्येक मरीज को इलाज मिलेगा। कुछ निजी अस्पतालों की मनमानी और जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाजारी सामने आई है। जिलाधिकारी को प्रत्येक निजी अस्पताल का आडिट कराने, उसे दी गई आक्सीजन, इंजेक्शन और वहां भर्ती मरीजों की जांच का आदेश जिलाधिकारी को दिया गया है। यहां मनमानी वसूली की भी जांच होगी। मरीजों को भर्ती करने से कोई अस्पताल इंकार नहीं करेगा। सभी को उपलब्ध बेड की सूचना बाहर डिस्प्ले करनी होगी। शिकायतें सही मिलीं तो अस्पताल का लाइसेंस निरस्त होगा।

होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे लोगों के लिए आक्सीजन की व्यवस्था तहसील स्तर पर कराई जाए। कालाबाजारी पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाया जाए। गांव और शहरी क्षेत्रों में अच्छी तरह सैनिटाइजेशन हो। ज्यादा से ज्यादा लोगों की टेस्टिंग हो और वैक्सीन लगे। सरकार अंतिम संस्कार की भी व्यवस्था करा रही है।

डीएम रोज सार्वजनिक करेंगे जीवनरक्षक दवाएं: प्रभारी मंत्री ने कहा कि जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाजारी को सख्ती से रोकने तथा उनकी उपलब्धता, वितरण तथा लाभार्थी मरीजों का नाम समेत ब्यौरा रोजाना सार्वजनिक करने की जिम्मेदारी जिलाधिकारी को सौंपी गई है।

45 प्लस : फोन से बुलाकर लगेगी दूसरी डोज

प्रभारी मंत्री ने कहा कि जिलाधिकारी वैक्सीनेशन सेंटरों पर सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कराएं। जिन लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है, उन्हें दूसरी डोज समय से लगाना सुनिश्चित करें। 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले जिन लोगों की दूसरी डोज की तिथि निकल गई है, उन्हें फोन कर बुलाया जाए और वैक्सीन लगाई जाए।

लापता मरीज संतोष मामले में कार्रवाई का निर्देश

मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड में मरीज संतोष कुमार की मौत तथा लावारिस में उनका अंतिम संस्कार करने के बाद भी 12 दिन तक उसकी पुत्री को दूसरे मरीज की रिपोर्ट देते रहने के मामले में प्रभारी मंत्री ने बताया कि इसकी जांच कर जिम्मेदारी तय करने व दोषियों पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।

आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट का समय कम होगा

प्रभारी मंत्री ने कहा कि एंटीजन टेस्ट में पाजिटिव मिलने वाले लोगों को तत्काल चिकित्सा सेवा दी जा रही है। आरटीपीसीआर की जांच रिपोर्ट चार से पांच दिन में दी जा रही है। इसे कम करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि मरीजों को समय से इलाज मिल सके।

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