थल सेना दिवस पर मिनी मैराथन : मेरठ में अफसरों-जवानों ने दिया बलवान और समर्थ बनने का संदेश

शुक्रवार की सुबह मेरठ के आरवीसी सेंटर का नजार अलग था। सर्दी के मौसम में चारों ओर कोहरे की चादर के बीच जवानों का उत्साह दौड़ को लेकर अधिक देखने को मिला। सेना के जवानों ने एक दूसरे को थल सेना दिवस की बधाई देते हुए दौड़ में हिस्सा लिया।

By PREM DUTT BHATTEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 12:12 PM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 12:22 PM (IST)
थल सेना दिवस पर मिनी मैराथन : मेरठ में अफसरों-जवानों ने दिया बलवान और समर्थ बनने का संदेश
मेरठ के आरवीसी सेंटर में सेना की ओर से मिनी मैराथन का आयोजन किया गया।

मेरठ, [अमित तिवारी]। भारतीय सेना की ओर से इस साल के थल सेना दिवस की थीम 'भारतीय सेना बलवान और समर्थ' रखा गया है। इसी तरह बलवान और समर्थ बनकर अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए स्वस्थ रहने और खुश रहने का संदेश लोगों तक पहुंचाने के लिए सेना ने शुक्रवार को छावनी में मिनी मैराथन का आयोजन किया। आरवीसी सेंटर एंड कॉलेज स्थित हेलीपैड से शुरू हुई मिनी मैराथन में छावनी में तैनात विभिन्न यूनिटों के नौ अफसर व 110 जेसीओ व अन्य रैंक के जवानों ने हिस्सा लिया। मिनी मैराथन में युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए स्वयं आरवीसी सेंटर एंड कॉलेज के कमांडेंट मेजर जनरल प्रमोद बत्रा ने भी दौड़ में हिस्सा लिया और 10 किलोमीटर की दौड़ 49.48 मिनट में पूरी भी की।

सर्दी में भी पूरे जोश के साथ दौड़े जवान

सर्दी के मौसम में चारों ओर कोहरे की चादर के बीच जवानों का उत्साह दौड़ को लेकर काफी अधिक देखने को मिला। सेना के जवानों ने एक दूसरे को थल सेना दिवस की बधाई देते हुए दौड़ में हिस्सा लिया। इस दौड़ को तीन आयु वर्ग में आयोजित किया गया। इसमें पहला वर्ग 18 से 30 साल तक का था। दूसरा वर्ग 30 से 40 साल और तीसरा वर्ग 40 साल से ऊपर के आयु वर्ग के लिए निर्धारित था। आरवीसी के हेलीपैड से दौड़ शुरू हुई। यहां से निकलने के बाद डॉग ट्रेनिंग फैकल्टी रोड होते हुए 522 रोड, बॉयज स्पोर्ट्स कंपनी के सामने से आरवीसी कैंटीन, आम भाग, 115 इंजीनियर, रुड़की रोड, लेखा नगर चर्च, रीगल रोड, माल रोड, डोगरा मंदिर, डबल गेट और फायरिंग रेंज होते हुए वापस हेलीपैड पर समाप्त हुई।

सभी को मिला पदक

सेना की ओर से मिनी मैराथन में हिस्सा लेने वाले सभी लोगों के लिए पदक रखे गए थे। मैराथन में तीनों आयु वर्ग में प्रथम तीन विजेताओं को सम्मानित किया गया। वहीं अन्य धावकों को पदक पहनाया गया। गोल्डन कलर का पदक सीने पर लटकने के बाद हर जवान और अफसर के चेहरे खिले नजर आ रहे थे। दौड़ में हिस्सा लेने वाले जवानों में युवा वर्ग के जवानों के साथ ही सीनियर जवान, जेसीओ भी थे, जिन्होंने दौड़ के दौरान लगातार युवाओं का मनोबल बढ़ाया और अपनी दौड़ भी पूरी की। ऐसे मौके भी दिखे जहां युवा और सीनियर एक साथ दौड़कर मिनी मैराथन पूरा करते हुए फिनिश लाइन तक पहुंचे। दौड़ के दौरान आखिरी 50 से 100 मीटर की दौड़ में कई बार दो से तीन धावकों में कड़ी प्रतिस्पर्धा भी देखने को मिली। कोई आगे निकला तो उसे पीछे करने के लिए पीछे वाले ने जोर लगाया और फिनिश लाइन तक यह सिलसिला जारी रहा। फिनिश लाइन के आसपास खड़े आरवीसी व सेना के अन्य अफसरों ने जवानों के साथ धावकों का स्वागत तालियों की गड़गड़ाहट के बीच में किया। साथ ही टाइमर लेकर खड़े लोगों ने दौड़ समाप्त होने के साथ ही सभी को उनके टाइमिंग भी बताएं जिससे उन्हें भी दौड़ पूरी करने में लगे अपने समय की जानकारी हो सके।

जो स्वास्थ्य के प्रति जागरूक, वही सबसे खुश

कमांडेंट आरवीसी सेंटर एंड कॉलेज के कमांडेंट मेजर जनरल प्रमोद बत्रा ने सेना दिवस पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि इस साल थल सेना दिवस की थीम स्ट्रांग एंड कैपेबल है। इसकी शुरुआत एक मैराथन से करने से अच्छा और क्या हो सकता है, जिसमें हम अपनी फिजिकल फिटनेस दिखाएं और लोगों को भी फिट रहने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि सर्दी और कोविड की बंदिशों के बीच मिनी मैराथन को लेकर दिखे उत्साह में नजर आता है कि सेना पूरी तरह फिट और सक्षम है। कमांडेंट ने कहा कि अधिकतर जवानों ने 10 किलोमीटर की दौड़ आधे घंटे में ही पूरी कर ली है। आधे घंटे में 10 किलोमीटर की दौड़ को पूरा करना अच्छे फिटनेस को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि जो स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हैं, वही सबसे खुश रहते हैं। इसलिए सभी को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना चाहिए। विशेष तौर पर भारतीय सेना के जवान को हमेशा स्वस्थ और सक्षम रहना होगा जिससे हम सेना को नंबर वन बनाएं रखें।

मिनी मैराथन में यह रहे विजेता

18 से 30 आयु वर्ग

प्रथम : नायक अजीत सिंह, 16 राजपुताना राइफल्स : 31.36 मिनट

द्वितीय : सिपाही पंकज कुमार, 16 राजपुताना राइफल्स : 31.37 मिनट

तृतीय : सिपाही प्रिंस, 11 डोगरा : 32.07 मिनट

30 से 40 वर्ष आयु वर्ग

प्रथम : हवलदार अतवा भगत, 223 फील्ड रेजिमेंट : 36.44 मिनट

द्वितीय : नायक अंगद सिंह यादव, 9 आईडीएसआर : 38.11 मिनट

तृतीय : लांस दफेदार ए पी चौधरी, आरवीसी : 40.17 मिनट

40 साल से अधिक आयु वर्ग

प्रथम : कर्नल अनूप सिंह, 509 एएससी बटालियन : 39.11 मिनट

द्वितीय : नायाब रिसालदार बीआर पांडवन, आरवीसी : 40.40 मिनट

तृतीय : रिसालदार मेजर जीआर राव, आरवीसी : 48.25 मिनट

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