शाकाहार से ही मानसिक व चारित्रिक विकास संभव

हस्तिनापुर के कैलाश पर्वत रचना के मुख्य जिनालय में चल रहे 48 दिवसीय भक्तामर विधान एवं पाठ के 18वें दिन शुक्रवार को भगवान आदिनाथ की अभिषेक के साथ शांतिधारा की गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 07:55 PM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 07:55 PM (IST)
शाकाहार से ही मानसिक व चारित्रिक विकास संभव
शाकाहार से ही मानसिक व चारित्रिक विकास संभव

मेरठ, जेएनएन। हस्तिनापुर के कैलाश पर्वत रचना के मुख्य जिनालय में चल रहे 48 दिवसीय भक्तामर विधान एवं पाठ के 18वें दिन शुक्रवार को भगवान आदिनाथ की अभिषेक के साथ शांतिधारा की गई।

इस मौके पर भाव भूषण महाराज ने भक्तामर विधान के मध्य प्रवचन में कहा कि धर्म मनुष्य के शरीर संवर्धन के लिए जितना आहार आवश्यक है, वह सब प्रकृति ने स्वयं ही शाकाहार के रूप में प्रदान किया है। वैज्ञानिक खोज में यह सत्यापित हो चुका है कि मानव को जीवनदायक सभी आवश्यक तत्व शाकाहार में मौजूद है। प्रकृति ने मनुष्य के शरीर की संरचना शाकाहार ही की है, इसलिए मानव को मांसाहार का सेवन नहीं करना चाहिए। आहार का उद्देश्य मात्र शारीरिक पूíत ही नहीं, बल्कि मानसिक व चारित्रिक विकास भी है, जो केवल शाकाहार से ही प्राप्त होता है।

विधान में 301 परिवारों ने भाग लेकर धर्मलाभ अíजत किया। सांयकाल में भगवान की मंगल आरती की गई व भजन संध्या का आयोजन हुआ। रात्रि में गुरुकुल के छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया। विधान संयोजक मोती लाल जैन रहे। विधान में अध्यक्ष विनोद जैन, महामंत्री मुकेश जैन, कोषाध्यक्ष राजेंद्र जैन, महाप्रबंधक मुकेश जैन, मनोज जैन, राजीव जैन, सुभाष, प्रेम, विपिन व गुरुकुल के छात्रों का सहयोग रहा।

वूमन हेल्पलाइन के बारे में दी जानकारी : सरूरपुर के संजय गांधी पीजी कालेज में शुक्रवार को मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत चल रहे सेमिनार के पांचवें दिन पहुंची मानसिक स्वास्थ्य सलाहकार यूनीसेफ पीएसएफआइ की सदस्य डा. गीता रानी ने छात्राओं को मुस्कराएगा इंडिया, वूमन हेल्पलाइन 1090 के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सकारात्मक विचारों के साथ-साथ आशावादी रहने तथा रचनात्मक कार्यों में व्यस्त रहने से मानसिक रोगों से दूर रहा जा सकता है। कालेज प्राचार्य डा. सविता तोमर, डा. नीरज तोमर, डा. रीतू तोमर, डा. रीना तोमर व डा. अनिता तोमर आदि ने भी विचार रखे।

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