मेरठ : दौराला के नर्सिंग होम में इलाज के दौरान महिला की मौत, स्वजन ने किया हंगामा
मेरठ के दौराला में एक नर्सिंग होम में उपचार के दौरान रविवार रात में एक महिला मरीज की मौत हो गई। महिला मरीज को आठ दिन पूर्व ही नर्सिंग होम में भर्ती किया था। मौत की सूचना पर महिला के स्वजन ने हंगामा कर दिया।
मेरठ, जागरण संवाददाता। मेरठ के दौराला क्षेत्र के हाईवे पर स्थित एक नर्सिंग होम में उपचार के दौरान रविवार रात में एक महिला मरीज की मौत हो गई। महिला मरीज को आठ दिन पूर्व ही नर्सिंग होम में भर्ती किया था। रविवार रात में नर्सिंग होम स्टाफ ने मरीज के स्वजनों को बिना जानकारी दिए उसे आइसीयू से निकालकर जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया था, जहां महिला मरीज की मौत हुई है। वहीं नर्सिंग होम स्टाफ ने अपने किसी परिचित को आइसीयू के उसी बैड पर शिफ्ट कर दिया। स्वजनों ने जानबूझकर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए सोमवार सुबह हंगामा कर दिया। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की।
आइसीयू में हो रहा था उपचार
सिवालखास निवासी अजहर ने बताया कि उसने अपनी चाची किस्वर जहां पत्नी जहां निसार को आठ पूर्व दौराला के हाईवे स्थित एक नर्सिंग होम में भर्ती किया था। किस्वर का आइसीयू में उपचार हो रहा था। रविवार देर शाम तक भी किस्वर ने अपने स्वजनों से बातचीत भी की थी। मगर, रात में स्वजन आइसीयू से बाहर आ गए थे।
सोमवार तड़के हुई मौत
आरोप है कि रविवार रात में ही नर्सिंग होम स्टाफ ने स्वजनों को बिना सूचना दिए किस्वर जहां को आइसीयू से निकालकर जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया था। जबकि आइसूयी के उसी बैड पर नर्सिंग होम के स्टाफ ने अपने किसी परिचित मरीज को शिफ्ट किया। सोमवार तड़के किस्वर जहां की मौत हो गई। नर्सिंग होम स्टाफ पर जानबूझकर लापरवाही बरतने की वजह से हुई महिला मरीज की मौत का आरोप लगाते हुए नर्सिंग होम में हंगामा कर दिया। अन्य मरीजों के तीमारदारों की भीड़ जमा हो गई, जिसने भी सुना उसी ने लापरवाही बताते हुए रोष जताया। सूचना पर दौराला पुलिस मौके पर पहुंची और पूछताछ की। थाना पुलिस का कहना है कि अभी दोनों पक्षों में बातचीत चल रही है। पीड़ित स्वजन तहरीर देते हैं तो उस पर आगे की कार्रवाई होगी।
पति और चार बच्चों का रोकर बुरा हाल
किस्वर जहां का पति जहां निसार पेंटर का काम करता है। दंपति के चार छोटे बच्चे हैं। किस्वर की मौत के बाद पति औरचारों बच्चों का रोकर बुरा हाल है। सिवालखास से भी भारी संख्या में पीड़ित पक्ष के स्वजन और ग्रामीण नर्सिंग होम पहुंच गए थे, जिन्हें पुलिस ने समझाकर शांत किया।