Meerut Weather Update: वेस्ट यूपी में सुबह से हो रही बारिश ने बदला मौसम का मिजाज, धान की फसल को नुकसान
Meerut Weather Update मेरठ और आसपास के जिलों में रविवार को तड़के से ही बारिश का दौर शुरू हो गया है। लोगों को गर्मी से राहत मिली। किसानों के लिए यह बारिश मुफीद मानी जा रही है। तापमान में भी अब बदलाव नजर आएगा।
मेरठ, जेएनएन। Meerut Weather Update मेरठ और आसपास के जिलों में रविवार की सुबह से ही मौसम में अचानक बदलाव दिखा और कई स्थानों में तेज बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। जगह जगह जलभराव हो गया। लेकिन मौसम में करवट लेने से गर्मी से लोगों को राहत मिली। वहीं दूसरी ओर मौसम विभाग का अनुमान सही निकला।
मेले में सतर्क रहने का कहा था
सहारनपुर में भी भोर होते ही बूंदाबांदी और इसके बाद भारी वर्षा शुरू हो गई। जिसके चलते शारदीय नवरात्र मेले के दौरान नदी में पानी आने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने लोगों को सतर्क होने के लिए कहा है। इसके लिए मेले में चेतावनी भी प्रसारित की जा रही है। प्रशासन और पुलिस पूरी तरह से सतर्क है। बागपत में काफी तेज बारिश हुई। रविवार की सुबह से ही बुलंदशहर, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, शामली और सहारनपुर में भी बारिश हो रही है।
मौसम विभाग का अनुमान
नवरात्र और दशहरा का पर्व में बारिश नहीं हुई है लेकिन अब अचानक मौसम बदल गया। अभी एक दो दिन मौसम ऐसा ही बना रहेगा। वहीं निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट ने उत्तर भारत में मानसून की बारिश के लिए जिम्मेदार दक्षिण पश्चिम मानसून के वापसी की बात कही थी। देश में दक्षिण पश्चिम मानसून के पूरी तरह वापसी की तिथि 15 दिसंबर निर्धारित की है। मानसून के वापसी के बाद वातावरण में व्याप्त नमी काफी हद तक दूर हो जाएगी। इसी के दास गुलाबी सर्दी के दस्तक देने की संभावना बन जाएगी। अब मौसम में परिवर्तन देखने को मिलेगा, धीरे-धीरे सर्दी बढ़ने लगेगी।
धान की फसल हो नुकसान की आशंका
वहीं इस वक्त हुई अचानक बारिश ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें भी खींच दी हैं। अचानक बादलों की तेज गर्जन के साथ सवेरे झमाझम बारिश ने धान उत्पादक किसान की चिंता बढा दी है। बारिश के साथ यदि तेज हवा चलती है तो धान की पकी फसल जमीन पर गिरने का खतरा बढ़ गया है। वहीं बारिश के कारण पकी फसल की कटाई में बाधा आएगी जबकि गन्ना और पशुचारा आदि की फसल को इस बारिश से लाभ मिलने की उम्मीद है।
मुजफ्फरनगर में भी राहत की बारिश
मुजफ्फरनगर : मौसम का मिजाज बदल गया है। रविवार सुबह जिले में बारिश होने से निचले इलाकों में पानी भर गया। शहर में भी बारिश का व्यापक प्रभाव पड़ा है। शिवचौक, रामपुरी, लद्धावाला समेत कई इलाकों में जलभराव की समस्या खड़ी रही। वहीं बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। कई दिनों से उमस के चलते लोग परेशान थे। खेती-किसानी पर भी बारिश का असर पड़ा है। गन्ना, हरा चारे की फसल के लिए बारिश लाभकारी बताई जा रही है, जबकि सरसों की बुवाई बारिश से प्रभावित हुई है। जिन किसानों की धान खेतों में कटी पड़ी थी, उन्हें नुकसान पहुंचा है। सब्जी फसल पर बारिश का कोई खास नुकसान नहीं है।
बुलंदशहर में भी झमाझम
वहीं बुलंदशहर में झमाझम बारिश किसानों के माथे पर पड़ी शिकन। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार जनपद में झमाझम बारिश हुई। धान कटाई में जुटे किसान परेशान हैं और कटी फसल पानी में डूब गई है धान कटाई का काम रुक गया है और सरसों के लिए तैयार खेत की बुवाई अब लेट होगी हालांकि यह बारिश खंडवार है कई ब्लॉकों में मात्र बूंदाबांदी भी हुई जबकि नगर क्षेत्र में सिकंदराबाद गुलावठी बीवी नगर और चेहरा क्षेत्र में झमाझम बारिश हुई।