Meerut Weather Update: मेरठ और आसपास बारिश के चलते गर्मी से मिली राहत, जगह-जगह जलभराव
मेरठ और आसपास के जिलों में गुरुवार को बारिश का दौर जारी है। गुरुवार को मेरठ में दोपहर बाद बारिश शुरू हो गई। वहीं पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में मूसलाधार वर्षा होने से कुछ स्थानों पर गंगा में बाढ़ के हालात बन गए हैं। ग्रामीणों को अलर्ट किया गया है।
मेरठ, जेएनएन। Meerut Weather Update बुधवार के बाद गुरुवार को भी मेरठ और आसपास के जिलों में बारिश का दौर जारी है। गुरुवार को मेरठ में दोपहर बाद बारिश शुरू हो गई। वहीं पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में मूसलाधार वर्षा होने से कुछ स्थानों पर गंगा में बाढ़ के हालात बन गए हैं। बुलंदशहर जिले में गंगा किनारे बसे गांवों के जंगल में भी बाढ़ का पानी खेतों में घुस गया है, जिससे पशुओं के चारे का संकट पैदा होने लगा है। वहीं बारिश के होने से लोगों को गर्मी से भी राहत मिली है। मौसम विभाग के अनुसार बारिश का यह दौर अभी जारी रहने की संभावना है। आसमान पर सुबह से ही बादल मंडरा रहे थे। इसके पूर्व 26 और 27 जुलाई को भारी बारिश होने की आशंका जताई जा रही थी। अभी बारिश के आसार बन रहे थे। कुछ जिलों में दोपहर के बाद अचानक बादल घिर कर आए और बारिश का दौर शुरू हो गया।
पहाड़ों पर लगातार बारिश से बाढ़ के हालात
बुलंदहशर : अनूपशहर में गंगा में बाढ़ के हालात बन गए है। नगर के जाहन्वी प्लेट फार्म पर बाढ़ का पानी ऊपर आ गया है। गंगा किनारे बसे गांवों के जंगल में भी बाढ़ का पानी खेतों में घुस गया है, जिससे पशुओं के चारे का संकट पैदा होने लगा है।पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में लगातार बारिश होने से गंगा में दोबारा बाढ़ आ गई है। जिसके कारण गंगाद्वार में मु़ख्य सड़क तथा जाहन्वी प्लेट फार्म पर गंगा बाढ़ का पानी काफी अंदर घुस आया है। गंगा किनारे बसे गांवों के जंगल में बाढ़ का पानी पहुंचने से पशुओं के चारे का संकट पैदा हो गया है।
अलर्ट रहने के निर्देश
किसान हरे चारे में पानी घुसने के कारण काट पाने में असमर्थ है। गंगा किनारे बसे गांवों के लेखपालों को एसडीएम पदम कुमार सिहं ने अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। प्रत्येक घंटे की गतिविधि का विवरण आला अधिकारियों को भेजा जा रहा है। अहार तथा अनूपशहर में बाढ़ चौकियों को बहाल कर दिया गया है। ग्रामीणों से भी सतर्क रहने का आहवान किया है। गंगा किनारे नाविकों तथा गोताखोरों को भी स्थिति का मुकाबला करने को कहा गया है। जिससे किसी की जान को खतरा न हो। नगर के अधिकांश गंगा घाटों में बाढ़ का पानी अंदर घुस गया है। श्रद्धालु गंगा तट पर लोटा से स्नान कर रहे है।