Meerut Weather Update: बूंदाबांदी के बाद बढ़ी तपिश ने किया बेहाल, बारिश के लिए करना होगा इंतजार
मेरठ और आसपास के जिलों के लोग अब सिर्फ बारिश होने का इंतजार कर रहे हैं। किसानों को मानसून के जल्द आने की उम्मीद है। लेकिन इस बीच बूंदाबांदी के चलते तपिश में और इजाफा हो रहा है। सभी जगहों पर उमस भरा मौसम चल रहा है।
मेरठ, जेएनएन। Meerut Weather Update लगता है कि मानसून अभी वेस्ट से रुठा है। मेरठ और आसपास के जिलों में गर्मी के तेवर सख्त होते जा रहे हैं। मानसून अभी दूर ही नजर आ रहा है। इनदिनों कहीं कहीं हल्की बूंदाबांदी उमस बढ़ा रही है। रविवार के बाद सोमवार को भी लोगों को तीखी धूप का ही सामना करना पड़ा। कभी कभी आसपास बादलों से घिरा नजर आता है। कई जिलों में तापमान 40 के आसपास ही चल रहा है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो क्षेत्र में जल्द ही मानसून की आमद होगी।
बूंदाबांदी से बदला मौसम, 34 डिग्री रहा तापमान
मेरठ में तपती गर्मी से सोमवार को थोड़ी राहत जरूर मिली। दोपहर में बादलों के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश हुई। हालांकि, जिस तरह से मौसम विज्ञानी अनुमान लगा रहे थे, उस प्रकार से बारिश नहीं हो रही है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, दस जुलाई से लगातार अच्छी बारिश की संभावना जताई गई थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सोमवार को हल्की बूंदाबांदी के बाद तापमान नीचे गिरते हुए अधिकतम 34 डिग्री तक पहुंचा। वहीं, न्यूनतम तापमान 25 डिग्री दर्ज किया गया।
मानसून के लिए प्रतिक्षा
कृषि विश्वविद्यालय मोदीपुरम के नोडल अधिकारी कृषि मौसम सेवा डा. उदय प्रताप शाही ने बताया कि सोमवार को पंजाब व हरियाणा के कई भागों में बारिश हुई। लेकिन पश्चिमी उप्र व दिल्ली में इसका कोई खास असर नहीं दिखा। बंगाल की खाड़ी में नम पूर्वी हवाएं चल रही हैं। लेकिन यह बारिश में परिवर्तित नहीं हो रही हैं। उन्होंने बताया कि बारिश के लिए अभी तीन से चार दिन और प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है। मई व जून माह में पर्याप्त गर्मी न पडऩा भी जुलाई में कम बारिश का कारण हो सकता है।
बूंदाबांदी से नहीं मिली गर्मी से राहत
बुलंदशहर में बूंदाबांदी के बाद भी गर्मी से राहत नहीं मिल सकी, ब्लकि कुछ ही समय बूंदाबांदी होने से लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा। उधर किसानों की अच्छी बरसात होने की आस भी धरी रह गई। गर्मी से लोग बेहाल हैं और अच्छी बरसात होने की आस लगाए बैठे हुए हैं। जिससे गर्मी से राहत मिल सके। वहीं धान की रोपाई करने वाले किसानों को भी झमाझम बरसात होने की आस हैं। रविवार से मौसम में परिवर्तन जरूर आया है। आसमान में बादल भी छा रहे हैं, लेकिन बरसात नहीं हुई है। सोमवार दोपहर बाद खुर्जा क्षेत्र में करीब 20 मिनट तक बूंदाबांदी शुरू हुई। कम बरसात होने के कारण लोगों को उमसभरी गर्मी का सामना करना पड़ा। उधर किसानों की भी अच्छी बरसात होने की आस धरी रह गई। किसानों का कहना है कि अगर अच्छी बरसात नहीं हुई, तो धान की फसल में उन्हें अधिक खर्च उठाना पड़ेगा।
लोग परेशान रहे
सहारनपुर में भी मानसून की देरी के चलते जिले में गर्मी का कोहराम जारी है। भीषण गर्मी की मार के बीच बादलों की आवाजाही के बीच मामूली बूंदाबांदी से गर्मी व घमस चरम पर पहुंचने से लोग परेशान रहे। गत करीब 17 दिनों से गर्मी की भीषण मार के बीच शनिवार सुबह हल्के बादलों की आवाजाही के बीच हुई। पूरा दिन धूप-छांव की आंख मिचौली का खेल जारी रहा, शाम में कहीं कहीं बदली से छाने से मामूली बूंदाबांदी से उम्मींद बंधी थी कि रिमझिम बारिश से मौसम में सुधार होगा लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। चंद मिनट की बूंदाबांदी के बाद आसमान साफ हो गया तथा धूप निकलने से गर्मी व घमस के तेवर बेहद सख्त हो गए।