मेरठ : संगीन अपराध में थाने से जमानत देने पर फंसी सदर बाजार पुलिस, रोका आरोप पत्र, पढ़ें-पूरा मामला

Sadar Bazar police मेरठ में किशोरी से छेड़छाड़ कर जान से मारने की धमकी देने के संगीन मामले में पुलिस ने थाने से जमानत देकर दो साल बाद आरोप पत्र तैयार किया। सभी आरोपितों को कोर्ट से वारंट जारी कराकर गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 07:26 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 07:26 AM (IST)
मेरठ : संगीन अपराध में थाने से जमानत देने पर फंसी सदर बाजार पुलिस, रोका आरोप पत्र, पढ़ें-पूरा मामला
एएसपी सूरज राय ने आरोप पत्र को रोका, दारोगा से मांगा स्पष्टीकरण।

मेरठ, जारगण संवाददाता। Sadar Bazar police मेरठ सदर बाजार थाना क्षेत्र में किशोरी से छेड़छाड़ कर जान से मारने की धमकी देने के संगीन मामले में पुलिस ने थाने से जमानत देकर दो साल बाद आरोप पत्र तैयार किया है। एएसपी सूरज राय ने पुलिस के खेल को पकड़कर आरोप पत्र वापस कर दिया। साथ ही विवेचक से इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा गया है। आदेशित किया गया कि सभी आरोपितों का कोर्ट से वारंट लेकर उनकी गिरफ्तारी की जाए। पुलिस की इस कार्रवाई से आरोपितों में दोबारा से हड़कंप मचा हुआ है।

यह है मामला

दिसंबर 2019 को सदर बाजार थाना क्षेत्र में रहने वाले किशोरी के साथ घर में घुसकर छेड़छाड़ की गई थी। विरोध करने पर आरोपित के परिवार ने किशोरी और उसके परिवार के साथ मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी। किशोरी की तहरीर पर सदर बाजार थाने में सदर बाजार में रहने वाले सिंघल परिवार की महिलाओं समेत 15 लोगों को नामजद किया था। छेड़छाड़, मारपीट और जान से मारने की धमकी के अलावा पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज हुआ था। मामला हाईप्रोफाइल होने की वजह से दो साल से पेडिंग में पड़ा हुआ है।

आरोप पत्र पेश किया

विवेचक ने मामले में इस माह आरोप पत्र तैयार कर सीओ के समक्ष पेश कर दिया। सीओ कैंट एएसपी सूरज राय ने आरोप पत्र की जांच में पाया कि संगीन अपराध में एक विवेचक ने कोर्ट से अग्रिम जमानत ली है, जबकि बाकी 14 आरोपितों को विवेचक ने बाहर से बाहर 41ए का नोटिस देकर जमानत दे दी, जबकि संगीन मामले में 41ए का नोटिस नहीं दिया जा सकता है। साथ ही 14 आरोपितों से छेड़छाड़ की धारा हटा दी है, उन्हें मारपीट का आरोपित बनाया है। एक आरोपित को छेड़छाड़ और पोक्सो एक्ट का आरोपित बनाया है।

विवेचक से स्‍पष्‍टीकरण

एएसपी ने आरोप पत्र में खेल होने की वजह से वापस लौटा दिया है। संगीन मामले में 41ए का नोटिस देने पर विवेचक से स्पष्टीकरण मांगा गया है। साथ ही आदेशित किया गया कि सभी आरोपितों का कोर्ट से वारंट जारी किराए। उसके बाद भी गिरफ्तारी नहीं हुई तो कुर्की की कार्रवाई के लिए कोर्ट में अर्जी डाले। अचानक दो साल बाद पुलिस की दोबारा से कार्रवाई को लेकर सिंघल परिवार के लोगों में हड़कंप मचा हुआ है। हैरत की बात है कि पुलिस दो साल से मुकदमे में पेडिंग में डाले हुए थी।

इनका कहना है

संगीन धाराओं वाले मुकदमे में विवेचक ने किस आधार पर 41ए का नोटिस देकर थाने से जमानत दे दी है। उसके लिए विवेचक से अपना पक्ष रखने की बात कही है। साथ ही विवेचना को निष्पक्ष करते हुए आरोपितों के कोर्ट से वारंट जारी कराकर गिरफ्तारी के लिए कहा गया है।

- सूरज राय, एएसपी

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