Meerut Road Projects: मंजिल के इंतजार में मेरठ की दो प्रमुख सड़क परियोजनाएं, ये चीजें बन रहीं बांधा
शहर के आवागमन की व्यवस्था का चेहरा बदलने वाली दो मुख्य सड़क परियोजनाएं अधर में लटकी हैं। निर्माण की कवायद बार-बार आगे बढ़ती है लेकिन फिर कोई न कोई अड़ंगा लग जाता है। इनर रिंग रोड में ताजा व्यवधान जल निगम का है।
जागरण संवाददाता, मेरठ। शहर के आवागमन की व्यवस्था का चेहरा बदलने वाली दो मुख्य सड़क परियोजनाएं अधर में लटकी हैं। निर्माण की कवायद बार-बार आगे बढ़ती है, लेकिन फिर कोई न कोई अड़ंगा लग जाता है। इनर रिंग रोड में ताजा व्यवधान जल निगम का है। वहीं 36 मीटर चौड़ी रोड पर 18-19 लोगों की सहमति के प्रपत्रों का इंतजार है।
गढ़ रोड से हापुड़ रोड को जोड़ने वाली इनर रिंग रोड का निर्माण 2011 में आरंभ हो गया था। 45 मीटर चौड़ी रोड साढ़े चार किमी लंबी है। इसका पौने दो किलोमीटर भाग आवास विकास परिषद को बनाना है, शेष एमडीए के हिस्से में है। किसानों के भूमि न देने से 2014 से निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। कोरोना की पहली लहर समाप्त होने के बाद परिषद ने नए सिरे से किसानों से वार्ता कर निर्माण कार्य आरंभ कराया था। गढ़ रोड से सड़क के आरंभ स्थल पर लगभग 300 मीटर का टुकड़ा अधूरा था। वह कार्य पूरा हो गया है। इसके साथ बीच में भी कई अधूरी पड़ी सड़क का निर्माण पूरा हो गया है। वर्तमान में ओडियन और आबू नाला के बीच लगभग 450 मीटर का टुकड़ा अधूरा पड़ा है। यहां पर कुछ हिस्से को जल निगम ने निर्मित सड़क को सीवर की पाइप लाइन डालने के लिए खोद दिया था। 200 मीटर के टुकड़े पर किसानों से समझौता होना है।
यह फायदा होगा : इनर रिंग रोड के उक्त हिस्से का निर्माण हो जाने से शहरवासियों का लगभग 15 से 20 मिनट का समय बचेगा। तेजगढ़ी पर लाल बत्ती पर रुकने के झंझट से मुक्ति मिलेगी। साथ ही साढ़े तीन किलोमीटर की दूरी कम तय करनी पड़ेगी।
यह होगा लाभ : नई विकसित हो रही कालोनी जागृति विहार एक्सटेंशन में वर्तमान में शास्त्रीनगर से जाने के लिए कोई सीधा मार्ग नहीं है। एक्सटेंशन में रहने वाले लोग भी एक तरह से शहर से कटे-से हैं। प्रस्तावित सड़क पर कई निजी बहुमंजिला कालोनियां विकसित हो गई हैं। सड़क का निर्माण हो जाने से उस क्षेत्र और जागृति विहार एक्सटेंशन का विकास तेजी से हो सकेगा।
36 मीटर चौड़ी है रोड
आवास विकास परिषद के लेआउट में कुटी चौराहे से जागृति विहार एक्सटेंशन जाने वाली 36 मीटर चौड़ी रोड प्रस्तावित है। यह सड़क ही शास्त्रीनगर को नई विकसित हो रही कालोनी से जोड़ेगी। शुरू में उदासीन रवैये के चलते परिषद ने समय पर भूमि का अधिग्रहण नहीं किया। नतीजा यह हुआ लोगों ने किसानों से भूमि खरीदकर प्लाट काट लिए। अधीक्षण अभियंता राजीव कुमार ने बताया कि सड़क के दायरे में कई भूखंड हैं, उनके स्वामियों से वार्ता की गई है।