मेरठ : कृषि कानून के विरोध में सिवाया टोल प्लाजा पर भाकियू का धरना जारी, केंद्र पर साधा निशाना

मेरठ में भाकियू का धरना सिवाया टोल प्लाजा पर जारी है। सोमवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को भाकियू ने अलग अंदाज में मनाया। धरने के 27वें दिन भाकियू कार्यकर्ताओं ने विभिन्न योग मुद्राओं की संज्ञा के साथ केंद्र सरकार पर निशाना साधा।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 01:16 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 01:16 PM (IST)
मेरठ : कृषि कानून के विरोध में सिवाया टोल प्लाजा पर भाकियू का धरना जारी, केंद्र पर साधा निशाना
भाकियू ने केंद्र सरकार को तीन अलग अंदाज में योग क्रियाएं करने की दी सलाह।

मेरठ, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन का धरना सिवाया टोल प्लाजा पर जारी है। सोमवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को भाकियू ने अलग अंदाज में मनाया। धरने के 27वें दिन भाकियू कार्यकर्ताओं ने विभिन्न योग मुद्राओं की संज्ञा के साथ केंद्र सरकार पर निशाना साधा। भाकियू ने कहा कि योग दिवस के नाम पर केंद्र सरकार हजारों करोड़ रूपये खर्च कर रही है। दूसरी तरफ देश कोरोना महामारी के कारण डेढ़ सालों से आर्थिक नुकसान उठा रहा है। नौकरियों से लेकर उद्योग धंधे बंद होने की कगार पर हैं। व्यापारी, कामकाजी व नौकरीशुदा सभी परेशान हैं। दिल्ली की सीमाओं पर पिछले छह महीने में सैकड़ों किसानों की मौत हो गई और केंद्र सरकार आंख बंद करके चुप्पी साधे हुए है।

यह लगाया आरोप

भाकियू नेता विनीत सांगवान ने कहा योग दिवस जैसे आयोजन केवल जुमला आयोजन सिद्ध होते हैं। आरोप लगाया कि मोदी सरकार देश के 85 फीसद से अधिक लोगों को बेरोजगारी, भुखमरी, आर्थिक तंगी, मंहगाई, जैसे लाचार योगों को करने पर मजबूर करती आ रही है तब केवल 10-15 फीसद संपन्न लोगों के लिए योग दिवस का देश में कोई महत्व नही है। भारतीय किसान यूनियन मेरठ ने सरकार के विकारों को दूर करने के उद्देश्य से योग दिवस पर सरकार के लिए जरूरी योग बताए। जिसमे किसानो के प्रति कान बंद करने पर सरकार को कर्णयोग करने की सलाह दी ताकि सरकार किसानों की आवाज सुन सके।

नयन योग और जिह्वा योग करे सरकार

भाकियू नेताओं ने कहा कि सरकार किसान आंदोलन में शामिल किसानों को देख नहीं पा रही है और ना ही सरकार 400 से अधिक किसानों की शहादत देख पाई है। इसलिए सरकार को नयनयोग करना चाहिए ताकि देश का किसान सरकार को दिखाई देने लगे। वहीं, आरोप लगाया कि किसानों के प्रति लगातार जहर उगलते हुए सरकार ने आंदोलन जीवी व देशद्रोही जैसे शब्दों का प्रयोग किया। जिसके लिए सरकार को जिह्वा योग करने की सलाह दी।

ये रहे मौजूद

सिवाया टोल के धरने में मुख्य रूप से सतीश इलमसिंह, हरेंद्र सिंह, विनोद जिटौली, मुनेश जिटौली, इन्द्रपाल जंगेठी, पम्मी जंगेठी, जगत सिंह जंगेठी, गौरव इलमसिंह, इन्द्रपाल जंगेठी, विपिन चौधरी, इंद्रपाल, सुभाष घोपला, मदन घोपला व पदम जंगेठी आदि मौजूद रहे।

24 को मेरठ पहुंचेगा किसानों के ट्रैक्टरों का रेला

कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन का आंदोलन तेज हो गया है। सोमवार को भाकियू जिला कार्यकारिणी की एक बैठक बटजेवरा के मंदिर प्रांगण में हुई। जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी ने बताया कि सहारनपुर से चलकर मुजफ्फरनगर होते हुए हजारों ट्रैक्टर-ट्रालियों का रेला 24 जून को मेरठ पहुंचेगा। यह किसान गाजीपुर बार्डर के लिए कूच करेंगे। इन किसानों का सिवाया टोल पर स्वागत व रूकने व भोजन आदि की सभी व्यवस्था की जाएगी। व्यवस्था को बनाने के लिए जिला कार्यकारिणी सदस्यों में विचार-विमर्श हुआ। बैठक में जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी, हरेंद्र जानी, सतवीर सिंह, मिंटू दौराला, बबलू जटौली, विनीत सांगवान, सुशील पटेल, राजकुमार करनावल, अशफाक जैनपुर, शोङ्क्षसह, देशपाल, जवाहर, आकाश, प्रमोद व विनेश आदि मौजूद रहे।

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