मेरठ के युवक को सऊदी में बेचने के मामले में दूतावास जाएगी पुलिस
मेरठ के युवक को सऊदी अरब में शेख को बेचने के मामले में अब मेरठ पुलिस ने युवक को वहां से लाने की कोशिशें तेज कर दी है। पुलिस दिल्ली स्थित दूतावास जाएगी।
मेरठ, जेएनएन। नौकरी के नाम पर मेरठ के युवक को सऊदी अरब भेजकर एक शेख को बेच देने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। ढाई लाख रुपये लेकर युवक को सऊदी अरब भेजने के आरोपित पिता-पुत्र की तलाश में पुलिस ताबड़तोड़ दबिश दे रही है। वहीं, सऊदी में बंधक युवक की वापसी के लिए पुलिस दूतावास जाएगी।
बोला था, ड्राइवर की नौकरी मिल जाएगी
इकला रसूलपुर निवासी मोहम्मद सालिम पुत्र इमरान का कहना है कि उसका भाई मोहम्मद अहमद आलिम ड्राइवर है। 10 सितंबर 2018 को गांव खानपुर बांगर निवासी नवेद पुत्र इस्लाम उसके घर आया और सऊदी अरब की कई कंपनियों में अपनी मजबूत पकड़ बताई। उसने कहा था कि वह आलिम को सऊदी अरब में ड्राइवर की नौकरी दिला देगा, जिसकी एवज में प्रतिमाह 21 सौ रियाल (37,500 रुपये) पगार तथा खाना, ओवरटाइम आरोप है कि 10 अक्टूबर 2018 नवेद व उसके पिता ने ढाई लाख रुपये लेकर 13 अक्टूबर 2018 को आलिम को सऊदी भेज दिया। एक महीने बाद आलिम ने फोन करके बताया कि उसे किसी कंपनी में नौकरी नहीं दिलाई गई। बल्कि उसे एक शेख को बेच दिया गया है। शेख भूखा रखकर उससे पत्थर तुड़वाता है, घर का कूड़ा उठवाता है।
अन्य लोगों की भी जांच शुरू
एसपी देहात ने बताया कि कबूतरबाजी के गोरखधंधे से जुड़े अन्य लोगों की भी जांच कराई जा रही है। अभियान के तहत कबूतरबाजों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई अमल में लायी जाएगी। कबूतरबाजी में पूर्व में सक्रिय रहे लोगों के भी कुंडली खंगाली जा रही है।
इनका कहना है
आरोपित पिता-पुत्र द्वारा विदेश में नौकरी के नाम पर ठगी की गई है। युवक के एग्रीमेंट और कंपनी के वीजा में हेराफेरी प्रतीत हो रही है। आरोपितों की तलाश में दबिश दी जा रही है। वहीं, युवक को भारत बुलाने के लिए दूतावास से संपर्क किया जाएगा।
- राजेश कुमार, एसपी देहात
बोला था, ड्राइवर की नौकरी मिल जाएगी
इकला रसूलपुर निवासी मोहम्मद सालिम पुत्र इमरान का कहना है कि उसका भाई मोहम्मद अहमद आलिम ड्राइवर है। 10 सितंबर 2018 को गांव खानपुर बांगर निवासी नवेद पुत्र इस्लाम उसके घर आया और सऊदी अरब की कई कंपनियों में अपनी मजबूत पकड़ बताई। उसने कहा था कि वह आलिम को सऊदी अरब में ड्राइवर की नौकरी दिला देगा, जिसकी एवज में प्रतिमाह 21 सौ रियाल (37,500 रुपये) पगार तथा खाना, ओवरटाइम आरोप है कि 10 अक्टूबर 2018 नवेद व उसके पिता ने ढाई लाख रुपये लेकर 13 अक्टूबर 2018 को आलिम को सऊदी भेज दिया। एक महीने बाद आलिम ने फोन करके बताया कि उसे किसी कंपनी में नौकरी नहीं दिलाई गई। बल्कि उसे एक शेख को बेच दिया गया है। शेख भूखा रखकर उससे पत्थर तुड़वाता है, घर का कूड़ा उठवाता है।
अन्य लोगों की भी जांच शुरू
एसपी देहात ने बताया कि कबूतरबाजी के गोरखधंधे से जुड़े अन्य लोगों की भी जांच कराई जा रही है। अभियान के तहत कबूतरबाजों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई अमल में लायी जाएगी। कबूतरबाजी में पूर्व में सक्रिय रहे लोगों के भी कुंडली खंगाली जा रही है।
इनका कहना है
आरोपित पिता-पुत्र द्वारा विदेश में नौकरी के नाम पर ठगी की गई है। युवक के एग्रीमेंट और कंपनी के वीजा में हेराफेरी प्रतीत हो रही है। आरोपितों की तलाश में दबिश दी जा रही है। वहीं, युवक को भारत बुलाने के लिए दूतावास से संपर्क किया जाएगा।
- राजेश कुमार, एसपी देहात