मेरठ में शराब बेचने-बनाने वालों की अब आएगी शामत, पुलिस ने थानावार तैयार की 1242 लोगों की लिस्ट

पंचायत चुनाव में अवैध शराब का धंधा खूब पनपता है। इस पर लगाम लगाने को मेरठ पुलिस ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। अवैध शराब बेचने और निकालने के मामले में आरोपित रहे लोगों की निगरानी पुलिस ने शुरू कर दी है।

By PREM DUTT BHATTEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 01:40 PM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 01:40 PM (IST)
मेरठ में शराब बेचने-बनाने वालों की अब आएगी शामत, पुलिस ने थानावार तैयार की 1242 लोगों की लिस्ट
मेरठ में शराब बेचने-बनाने वालों पर होगी कार्रवाई

मेरठ, जेएनएन। पंचायत चुनाव के मद्देनजर पुलिस ने कमर कसनी शुरू कर दी है। थानावार 1242 लोगों की लिस्ट तैयार की गई है, जो पिछले चुनाव के समय शराब बेचने और निकालने के आरोप में जेल जा चुके हैं। उन सभी को पुलिस ने रडार पर ले लिया है। उनकी गतिविधियों पर भी ध्यान दिया जा रहा है।

यह है मामला

दरअसल, चुनाव की सरगर्मी शुरू होते ही देहात में शराब की भट्ठियां धधकने लगी हैं। शराब की चार फैक्ट्री भी पुलिस पकड़ चुकी है, जिसमें पुष्टि हो चुकी है कि पंचायत चुनाव के मद्देनजर शराब बनाई जा रही थी। पंचायत चुनाव में सबसे अहम शराब का धंधा है। चुनाव लड़ने की भूमिका बना रहे लोग अभी से लोगों को शराब पिलाकर वोट पक्की करने में जुट गए हैं। सरधना सर्किल, दौराला और मवाना सर्किल में शराब की फैक्ट्री भी पकड़ी जा चुकी हैं, जिसमें सामने आया कि पंचायत चुनाव के लिए शराब तैयार की जा रही थी। इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने सभी थानों में 1242 लोग चिह्न्ति किए हैं। जिन पर शराब बेचने और निकालने में कार्रवाई हो चुकी है। माना जा रहा है कि उक्त लोग पंचायत चुनाव को लेकर अभी से अलर्ट हो गए हैं। एसएसपी अजय साहनी ने भी स्पष्ट कर दिया है कि शराब बेचने और निकालने से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति की पुलिस निगरानी करेगी। पुलिस की फैंटम ऐसे लोगों के घरों पर भी चक्कर लगाएगी, ताकि इस चुनाव में अवैध शराब बनाने और बेचने से रोकी जा सके। एसएसपी ने बताया कि दूसरे राज्यों से सस्ते दामों पर सरकार खरीद कर बेचने वालों पर भी नजर रखी जाएगी, ताकि शराब की तस्करी को रोका जा सकें। उसके अलावा ब्रांडेड कंपनी की नकली शराब बनाकर बेचने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने अभी भी कंकरखेड़ा और जानी क्षेत्र में शराब की दो फैक्ट्री पकड़ी थी। मवाना में पकड़ी गई शराब में हापुड़ के एक दारोगा का हाथ भी सामने आया था। तीनों ही मामलों में पंचायत चुनाव में खपाने के लिए शराब तैयार की जा रही थी।

इन्‍होंने कहा

पंचायत चुनाव में शराब का अहम रोल होता है। ऐसे में पुलिस ने अवैध शराब की बिक्री पर ही रोक लगाने की प्लानिंग कर ली है। अभी से ही शराब बनाने और बेचने वालों पर पुलिस नजर रख रही है। ताकि शराब पर रोक लग सके।

अजय साहनी, एसएसपी

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