मेरठ : अब पढ़ाई में बाधक नहीं बनेगी फीस, छात्रवृत्‍ति और शुल्‍क प्रतिपूर्ति को लेकर लिया गया यह निर्णय

शासन ने कक्षा 11 और 12 के साथ अन्‍य दशमोत्‍तर कक्षाओं के छात्र- छात्राओं के लिए 29 अक्‍टूबर से पोर्टल खोलने का निर्णय लिया है। जिसमें 30 नवंबर तक आवेदन किए जा सकेंगे। आनलाइन आवेदन के बाद छात्र अपने सभी प्रमाणपत्रों का एक फाइनल प्रिंट निकालकर सत्‍यापन करेंगे।

By Parveen VashishtaEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 12:41 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 12:41 PM (IST)
मेरठ : अब पढ़ाई में बाधक नहीं बनेगी फीस, छात्रवृत्‍ति और शुल्‍क प्रतिपूर्ति को लेकर लिया गया यह निर्णय
छात्र- छात्राओं के लिए 29 अक्‍टूबर से छात्रवृत्‍ति और शुल्‍क प्रतिपूर्ति को पोर्टल खोलने का निर्णय

मेरठ, जागरण संवाददाता। माध्‍यमिक से लेकर उच्‍च शिक्षा में छात्रवृत्‍ति और शुल्‍क प्रतिपूर्ति के आवेदन करने से बहुत से छात्र-छात्राएं वंचित रह गए थे। उन्‍हें अब उनके लिए खुशखबरी है। छात्रों की ओर से पोर्टल बंद होने के बाद लगातार मांग की जा रही थी कि आवेदन की सुविधा दी जाए। जिसे देखते हुए प्रदेश शासन ने द्वितीय चरण की समय सारिणी तय की है। इसमें ऐसे छात्र जो अभी विभिन्‍न कोर्स में प्रवेश ले रहे हैं, उन्‍हें इसका लाभ मिल सकेगा। शासन की ओर से तिथियां तय की गई है।

29 अक्‍टूबर से पोर्टल खोलने का निर्णय

कक्षा 11वीं और 12वीं के अलावा अन्‍य दशमोत्‍तर कक्षाओं के छात्र- छात्राओं के लिए 29 अक्‍टूबर से पोर्टल खोलने का निर्णय लिया है। जिसमें 30 नवंबर तक आवेदन किए जा सकेंगे। आनलाइन आवेदन के बाद छात्र छात्राएं अपने सभी प्रमाणपत्रों का एक फाइनल प्रिंट निकालकर सत्‍यापन करेंगे। इसके बाद दो दिसंबर तक छात्रों को अपने अपने कालेज और शिक्षण संस्‍थान में छात्रवृत्‍ति की हार्ड कापी जमा करनी होगी। संस्‍थान उसका सत्‍यापन करेंगे। इसके बाद जिला विद्यालय निरीक्षक व संबंधित विश्‍वविद्यालय की नामित एजेंसी संस्‍थान से नामित छात्रों का आवेदन पत्रों से सत्‍यापन करेगी। इसके बाद कई अन्‍य चरणों से सत्‍यापन के बाद 28 दिसंबर 2021 जिले के अधिकारियों के डिजिटल सिग्‍नेचर से छात्र- छात्राओं के खाते में सीधे पैसे ट्रांसफर किए जाएंगे।

छात्रवृत्‍ति के लिए सीसीएसयू के छात्रों ने उठाई थी आवाज

इस बार समाज कल्‍याण विभाग से भरे जाने वाले छात्रवृत्‍ति के फार्म भरने में आ रही समस्‍या को लेकर चौधरी चरण सिंह विवि (सीसीएसयू) के छात्रों की ओर से मांग की जा रही थी। प्रवेश प्रक्रिया में देरी होने की वजह से बहुत से छात्र- छात्राएं आवेदन भी नहीं कर पाए थे। अब ऐसे छात्रों को छात्रवृत्‍ति के फार्म भरने में आसानी होगी। इससे उनकी पढ़ाई में किसी तरह की बाधा भी नहीं पहुंचेगी।

प्रोन्नत छात्र अगले साल नहीं देंगे परीक्षा शुल्क, सीसीएसयू की वित्त समिति ने लिया निर्णय

मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और उससे संबद्ध कालेजों में जिन छात्रों की परीक्षा नहीं हुई थी। ऐसे प्रोन्नत छात्रों को अगले साल परीक्षा शुल्क नहीं देना होगा। इसे अगले साल की परीक्षा में समायोजित कर दिया जाएगा। मंगलवार को वित्त समिति ने निर्णय लिया है। हालांकि इसका लाभ केवल 2020-21 सत्र में प्रोन्नत छात्रों को मिलेगा।

कोविड की वजह से स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रथम वर्ष की परीक्षा नहीं हुई थी। बगैर परीक्षा के छात्र प्रोन्नत कर दिया गया। जबकि ऐसे छात्रों ने परीक्षा फार्म भरते समय परीक्षा शुल्क भी जमा किया था। छात्र लगातार मांग कर रहे थे कि जब परीक्षा नहीं हुई तो परीक्षा शुल्क क्यों लिया गया। इसे देखते हुए विश्वविद्यालय को छात्रहित में निर्णय लेना पड़ा। अब अगले साल इन छात्रों की परीक्षा होगी तो उसमें उन्हें परीक्षा शुल्क नहीं देना होगा। इसके अलावा जिन छात्रों ने कई सेमेस्टर में विशेष बैक पेपर परीक्षा फार्म भर दिया था, उसमें छात्र केवल एक सेमेस्टर की परीक्षा देंगे। बाकी सेमेस्टर के परीक्षा शुल्क वापस किया जाएगा। विश्वविद्यालय में सुरक्षा में तैनात होमगार्ड के पांच करोड़ एरियर भुगतान को लेकर एक कमेटी गठित कर दिया गया है। साथ ही विभिन्न प्रोफेशनल कोर्स में फीस के निर्धारण के लिए एक पांच सदस्यी कमेटी गठित की गई है। छात्रों की ओर से विभिन्न मद में अधिक फीस लेने की शिकायत की गई है। पत्रकारिता व जनसंचार विभाग में सर्टिफिकेट कोर्स की 20 हजार और डिप्लोमा कोर्स में 35 हजार रुपये फीस निर्धारित की गई है। पत्रकारिता विभाग में हर महीने पत्रिका के प्रकाशन के लिए छह हजार रुपये आवंटित किया गया है।

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